मंत्री दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह का तलाक, राजनीतिक महत्वाकांक्षा ने तोड़ दिया प्यार का बंधन

Last Updated 04 Apr 2023 12:10:07 PM IST

उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और राज्य की पूर्व मंत्री स्वाति सिंह का तालाक हो गया है। लंबे वक्त से दोनो के बीच विवाद चल रहा था।


लखनऊ की फैमिली कोर्ट ने दोनों के तलाक की मंजूरी दे दी है।

दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह के बीच लंबे वक्त से विवाद चल रहा था। ऐसे में पति पत्नी के बीच दूरियां बढ़ी और बात तलाक पर जा कर खत्म हो गई।

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से दोनो के बीच रिश्ते खराब होने लगे थे। स्वाती सिंह सरोजनीनगर सीट से चुनाव लड़ना चाहती थी पर उनको टिकट नहीं मिला, वहीं दयाशंकर सिंह बलिया से विधानसभा चुनाव लड़े और जीत गए। इसके बाद पति और पत्नी के बीच दूरियां बढ़ने की खबरे आने लगी।

स्वाती सिंह पिछली बार की योगी सरकार में महिला कल्याण मंत्री रह चुकी हैं। वहीं दयाशंकर सिंह मौजूदा योगी कैबिनेट में राज्य परिवहन मंत्री हैं।

स्वाति सिंह ने 30 दिसंबर 2022 को फैमिली कोर्ट में वाद दाखिल करके तलाक की अर्जी दी थी। अपर प्रधान न्यायाधीश देवेंद्र नाथ सिंह ने विवाह को समाप्त करने का फैसला दिया है। इस फैसले के साथ ही 22 साल की दोनों की शादी खत्म हो गई।अब दोनों की राह अलग हो गए हैं।

बता दें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काम करने के दौरान दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह के रिश्ते की बुनियाद पड़ी थी। स्वाति सिंह इलाहाबाद से एमबीए की पढ़ाई कर रही थीं. वहीं, दूसरी तरफ दयाशंकर सिंह लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से जुडे हुए थे।

सियासत में स्वाति सिंह का प्रवेश दयाशंकर सिंह की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को लेकर एक टिप्पणी के बाद हुई थी। दूसरी बार चुनाव हारने के बाद बीजेपी उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने BSP सुप्रीमो मायावती के खिलाफ विवादित बयान दे दिया। मामला गरमाता देख बीजेपी बैकफुट पर आ गई और दयाशंकर सिंह के बयान से किनारा कर लिया। उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।

विवाद में उनके परिवार को घसीटा गया तब स्वाति सिंह आगे बढ़ी और मुखर हुईं। इस विवाद के बाद स्वाति सिंह के सितारे बुलंद हुए और वह सीधे भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष बना दी गईं। आगे चलकर वे विधायक और उसके बाद प्रदेश सरकार में मंत्री बनीं। हालांकि, 2022 विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिल पाया।

बता दें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काम करने के दौरान दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह के रिश्ते की बुनियाद पड़ी थी। स्वाति सिंह इलाहाबाद से एमबीए की पढ़ाई कर रही थीं. वहीं, दूसरी तरफ दयाशंकर सिंह लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से जुडे हुए थे।

इस बीच मिल रही खबर के मुताबिक मंत्री दयाशंकर सिंह ने अपने तलाक की वजह स्वाति सिंह की बढ़ी हुई राजनीतिक महत्वाकांक्षा को बताया है। 

 

 

समय लाइव डेस्क
नई दिल्ली


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