कानपुर हिंसा मामले में पुलिस का एक्शन जारी, 3 FIR दर्ज और 18 आरोपी गिरफ्तार

Last Updated 04 Jun 2022 01:14:35 PM IST

उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए । हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे।


उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए । हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे।

शहर के हिंसा प्रभावित इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और शांति का माहौल है।

अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि घटना के संबंध में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है और हम चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं।’’



सूत्रों के मुताबिक अलग-अलग पुलिस टीमों ने रात भर में कम से कम 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

तिवारी ने बताया कि बेकनगंज पुलिस थाने में 500 से अधिक लोगों के खिलाफ दंगा और हिंसा को लेकर तीन प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं।

पहली प्राथमिकी थाना प्रभारी (बेकनगंज) नवाब अहमद ने लगभग 500 लोगों के खिलाफ दर्ज की है और उनपर घातक हथियारों से दंगा करने का आरोप लगाया है।

प्राथमिकी में मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैन्स एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, उनके सहयोगियों यूसुफ मंसूरी और आमिर जावेद अंसारी सहित 36 लोगों के नाम जुमे की नमाज के तुरंत बाद हुई हिंसा के संबंध में हैं।

एसएचओ ने कहा कि हयात और उनके समर्थकों ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को दुकानें बंद रखने का आह्वान किया था। प्राथमिकी में कहा गया है कि दंगाइयों ने घातक हथियारों का इस्तेमाल किया, पेट्रोल बम फेंके और सड़कों पर हंगामा किया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।

पुलिस उप-निरीक्षक (एसआई) आसिफ रजा द्वारा दर्ज की गई दूसरी प्राथमिकी में दंगे को लेकर 350 अज्ञात लोगों के अलावा 20 लोगों को नामजद करके प्राथमिकी दर्ज की गई है।

एसआई ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया कि एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, यूसुफ मंसूरी, अमीर जावेद अंसारी और अन्य के साथ दादा मियां चौराहे पर जमा हुए और दुकानदारों को पनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर करते हुए यतीम-खाना इलाके की ओर गये जिससे अराजकता फैल गई।

तीसरी प्राथमिकी चंदेश्वर हाटा निवासी मुकेश ने दर्ज करवाई है, जिसने आरोप लगाया है कि सैकड़ों मुसलमानों ने लाठी, लोहे की सरिया और घातक हथियारों से दूसरे समुदाय के लोगों पर हमला किया, उनकी हत्या के इरादे से पेट्रोल बम और पत्थर फेंके। प्राथमिकी में आरोपी के रूप में ``हजारों अज्ञात व्यक्तियों की भीड़'' का उल्लेख है।

प्राथमिकी में एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, यूसुफ मंसूरी, अमीर जावेद अंसारी, एहतिशाम उर्फ कबाड़ी, जीशान, आकिब, निजाम कुरैशी, आदिल, इमरान उर्फ कालिया, शहरयान, मुदस्सर, मोहम्मद आजाद, जीशान, अब्दुल शकील, इरफान उर्फ चड्डी, शेरा, सैफी, अरफित, इस्राइल, अकी उर्फ खिचड़ी, अदनान, परवेज उर्फ चिकना, शादाब, इशरत अली, मोहम्मद राशिद, अली शान, नासिर, आशिक अली, मोहम्मद आकिब, मोहम्मद सैद, अनस, शाहिद, बिलाल, हाजी मोहम्मद नासिर, हबीब और रहमान तथा अन्य अज्ञात व्यक्ति के नाम शामिल हैं।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा हाल ही में टीवी पर बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जब एक समुदाय के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाकों में झड़पें हुईं।

पुलिस ने शनिवार को कहा कि इन झड़पों में पुलिस कर्मियों सहित कम से कम 40 लोग घायल हो गए।

भाषा
कानपुर/लखनऊ


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