अयोध्यावासियों की चाहत, फैसला कुछ भी हो, अमन और शांति रहे बरकरार

Last Updated 09 Nov 2019 09:34:40 AM IST

विवादित रामजन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले अवाम कितना भी बेचैन हो लेकिन अयोध्या में शनिवार की सुबह आम दिनों की तरह सामान्य है।


उच्चतम न्यायालय आज सुबह 10.30 बजे रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद का फैसला सुनायेगी। हालांकि स्थानीय लोगों में इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर कतई हड़बड़ाहट नहीं लगती। कई लोगों को देर सुबह तक पता भी नहीं था कि फैसला आज आने वाला है। यहां के लोग शहर में अमन और शांति चाहते है और देश के लोगों से न्यायालय के फैसले को एक सुर में मानने की अपील करते हैं।

राम भक्तों को फैसला सुनने से ज्यादा पविा सरयू नदी में आस्था की डुबकी लगाने की जल्दी है। हाथों में कपड़ों की पोटली थामे श्रद्धालुओं की टोलियां सरयू के घाटों की तरफ हर दिन की तरह बढ़ी चली जा रही हैं। बाजारों में रौनक आम दिनो की तरह ही है। बुधवार को चौदह कोसी परिक्रमा समाप्त होने के बाद शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने पंचकोसी परिक्रमा भी पूरे विधिविधान से पूरी की।

परिक्रमा का सिलसिला समाप्त होने के बाद भी हजारों की तादाद में बाहर जिलों से आये श्रद्धालु विभिन्न आश्रमों पर ठहरे हैं। यहां बाजार आम दिनो की तरह खुली हैं।

स्नान ध्यान के बाद लोगबाग मिष्ठान भंडारों पर लजीज जलेबियों का लुत्फ ले रहे है। गर्मागर्म पकौडियों का चटखारा ले रहे हैं। पूजन सामग्री समेत अन्य जरूरत की चीजों की दुकाने सजी हुयी हैं।

शहर में भीड़भाड़ है और दो पहिया वाहनों के लिये कोई रोकटोक नहीं है हालांकि ऐहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने बाहर से आने वाले चार पहिया वाहनो के प्रवेश में प्रतिबंध लगा दिया है। पुलिस के वाहन सड़कों पर गश्त कर रहे है हालांकि इससे यहां विचरण करने वाले तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी नही है। नया घाट से हनुमान गढी तक पैदल यात्रियों और दोपहिया वाहनों के आवागमन में कोई प्रतिबंध नहीं है हालांकि विवादित स्थल को बैरीकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया है। 

न्यायालय के फैसले के मद्देनजर धर्मशालाओं और आश्रमों में ठहरे यात्रियों से घरों को लौटने की सलाह दी गयी है। इसके लिये नयाघाट में अस्थायी बस अड्डा बनाया गया है जहां विभिन्न बस डिपो की बसें याियों को ले जाने के लिये तैयार खडी हैं।

स्थानीय दुकानदारों का एक सुर में कहना है कि विवादित रामजन्मभूमि के बारे में उच्चतम न्यायालय का फैसला उन्हे मंजूर होगा। शासी नगर बाजार में पूजन सामग्री की सड़क किनारे दुकान सजाये हरिहर उपाध्याय ने कहा कि हिन्दू होने नाते उनकी चाहत है कि फैसला रामजन्मभूमि के पक्ष में आये लेकिन इससे ज्यादा जरूरी अमन और शांति बनाये रखना है।

पिछले 15 दिनो से यहां डेरा डाले देवरिया के रमापति मिश्र,गायी देवी और पूजा सिंह ने कहा कि राम की नगरी में उन्हे शांति की अनुभूति होती है। हर देशवासी की तरह हालांकि वे भी न्यायालय के फैसले का सम्मान करेंगे। राम सभी धर्मो के है। वह मर्यादा पुरूषोत्तम है और इस नाते सभी को मर्यादा में रहकर देश हित में अदालत के निर्णय का सम्मान करना होगा।

वार्ता
अयोध्या


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