अखिलेश छोड़ेंगे साथ तो शिवपाल थामेंगे हाथ
लोकसभा चुनाव में सपा अब कांग्रेस के साथ समझौता नहीं करेगी। दरअसल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मध्य प्रदेश में उनके विधायक को मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो) |
अखिलेश ने कहा कि भाजपा के खिलाफ उत्तर प्रदेश में बनने जा रहा गठबंधन गैर-कांग्रेसी होगा। उधर, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए वह कांग्रेस से गठबंधन कर सकते हैं।
अखिलेश यादव बुधवार को पत्रकारो से बातचीत में कहा कि हमने मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया है, फिर भी कांग्रेस ने हमारे विधायक को मंत्री नहीं बनाया। ऐसी हरकत कर कांग्रेस ने यूपी में हमारा रास्ता साफ कर दिया है। अखिलेश ने समान विचारधारा वाले सियासी दलों का गठबंधन बनाने की दिशा में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वह उनसे मुलाकात के लिए हैदराबाद जरूर जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह देश में भाजपा के खिलाफ एक ‘फेडरल फ्रंट‘ बनाने की कोशिशों के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव को बधाई देते हैं। उनकी राव से बात हुई थी और 25 या 26 दिसम्बर को उनसे मुलाकात भी होनी थी। अब वह दोबारा उनसे समय मागेंगे। वह खुद राव से मिलने के लिए हैदराबाद जाएंगे। उन्होंने कहा, राव का प्रयास है कि किस तरह एक फेडरल फ्रंट बने। आने वाले समय में मैं उनसे जरूर मिलूंगा। कांग्रेस की अगुवाई में गठबंधन बनाने की कोशिशों से सपा और बसपा अब तक किनारा करती नजर आई हैं।
कांग्रेस से कर सकते हैं गठबंधन : शिवपाल
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए वह कांग्रेस से भी गठबंधन कर सकते हैं। शिवपाल मंगलवार को कस्बा फरीदपुर में पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस से भी गठबंधन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनका संगठन 75 जिलों में है। पार्टी ने तय कर लिया है कि प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ना है और भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ना है।
| Tweet |