राजस्थान में पंचायत-पालिका उपचुनाव में भाजपा-कांग्रेस को एक-एक सीट का फायदा

Last Updated 02 Dec 2016 04:07:10 PM IST

राजस्थान में पंचायत समिति, जिला परिषद और नगरपालिका परिषद की 37 सीटों पर हुए उप चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को एक-एक सीट का फायदा हुआ है.


उपचुनाव में भाजपा-कांग्रेस को एक एक सीट का फायदा (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री के नोटबंदी की पहल का असर 29 नवम्बर को प्रदेश के 20 जिलों में हुए पंचायत समिति, जिला परिषद और नगरपालिका पारिषद की 37 सीटों पर पडा है.
   
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा गुरूवार को रात घोषित पंचायत-पालिका उपचुनावों के परिणामों में सत्ताधारी भाजपा ने 19 सीटें, कांग्रेस ने 14 और निर्दलीयों ने 4 सीटें जीती हैं.
   
प्रदेश के 20 जिलों में तीन जिला परिषद, दस नगर निकाय और 24 पंचायत समिति की सीटों पर 29 नवम्बर को उप चुनाव कराये गये थे. तीन जिला परिषदों की सीटों में से दो सीटें (भीलवाडा और बांसवाडा) भाजपा ने और एक सीट (जालौर) कांग्रेस ने जीती है.
    
24 पंचायत समितियों में सम्पन्न हुए चुनावों में भाजपा ने 12 और कांग्रेस ने 10 सीटें जीती हैं, जबकि निर्दलीयों ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है.
    
नौ जिलों में दस नगर निकायों के चुनावों में सत्ताधारी भाजपा ने पांच, कांग्रेस ने तीन और दो निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है.
     
प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष भजन लाल ने बताया कि चुनाव परिणामों में सत्ताधारी भाजपा की जीत दर्शाती है कि लोगों में प्रधानमंत्री की नोटबंदी की पहल का विपरीत प्रभाव नहीं पडा है.
     
उन्होंने बताया कि हमें चुनाव परिणामों में फायदा हुआ है, जो यह स्पष्ट दर्शाता है कि जनता भाजपा के साथ है. इसके साथ साथ इससे यह भी प्रतीत होता है कि जनता ने प्रधानमंत्री की नोटबंदी की पहल का स्वागत किया है और पार्टी को समर्थन दिया है.
     
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि पंचायत उप चुनावों के परिणाम आमतौर पर सत्ताधारी पार्टी के पक्ष में जाते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षो में हुए उपचुनावों में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढा है, जो संतोषजनक है.



जिला परिषद की तीन सीटों पर हुए उपचुनावों में भाजपा की संतोष पाटीदार ने बांसवाडा और मुरलीधर भीलवाडा सीट पर जीत दर्ज की जबकि कांग्रेस उम्मीदवार प्यारेरी को जालौर की सीट पर विजयी घोषित किया गया.
  
पंचायत समिति की 24 सीटों पर हुए उपचुनावों में अलवर जिले में भाजपा की लक्ष्मी कुमारी को मुंडावार, विकास कुमार को नीमराणा और कांग्रेस उम्मीदवार तारा देवी को राजगढ सीट पर निर्विरोध चुना गया. अन्य 21 सीटों पर भाजपा की अनिता, कविता कुमावत, प्रेम प्रकाश, रेशम बेरवा, दिनेश चंदा, नरेन्द्र कोठारी, दिनेश पंवार, मोनिका, कृष्णा कुमारी ओैर रेखा गामेती, जबकि कांगेस की रेशमी, प्रभुलाल, नेनी बाई, विष्णु कंवर, राजेश कंवर, महेन्द्र सिंह, संतोष, जमुना कुमारी और राजेन्द्र और चार निर्दलीय उम्मीरवारों को विजयी घोषित किया गया.
   
अलवर, बांसवाडा, बांरा, बूंदी, चित्तौड़गढ, चूरू, दौसा, डूंगरपुर, झालावाड, जोधपुर, सीकर, सिरोही और उदयपुर जिलों में पंचायत समिति के उपचुनाव कराये गये थे.
    
दस नगर निकायों में से नौ जिलों में सम्पन्न उपचुनावों में बीकानेर से भाजपा के दोउलाल चित्तौड़गढ-निम्बाहेडा से प्रहलाद राजौरा, कापरेन-बूंदी से राजेन्द्र कुमार, मंडावा-झूंझूंनू से सरिता सैनी, और उदयपुर से आभा आमेटा ने चुनाव जीता, जबकि कांगेस के उम्मीदवार अलवर-खेडली से ओमलता सैनी, बाडमेर से परमेरी और पाली-सादडी से मानाराम विजयी घोषित किये गये. हनुमानगढ के नोहर से गुलफान और झुंझुंनू के विद्या विहार से कुंदन सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विजय हांसिल की.

 

भाषा


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