दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों को यहां की एक अदालत ने सोमवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की पांच दिन की हिरासत में भेज दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
 |
अधिकारियों ने बताया कि दोनों आरोपियों पर हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप है।
एनआईए ने रविवार को दो आरोपियों पहलगाम के बटकोट निवासी परवेज अहमद जोथर और पहलगाम के हिल पार्क निवासी बशीर अहमद जोथर को गिरफ्तार किया था। यह हमले की जांच में पहली बड़ी सफलता थी। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे और 16 अन्य घायल हुए थे।
एनआईए के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों ने हमले में शामिल तीन सशस्त्र आतंकवादियों की पहचान का खुलासा किया है और यह भी पुष्टि की है कि वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक थे।
अदालत के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपियों को जम्मू के अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश रितेश कुमार दुबे की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 27 जून को पांच दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया।
एनआईए की जांच के अनुसार, परवेज और बशीर ने हमले से पहले जानबूझकर तीन सशस्त्र आतंकवादियों को हिल पार्क स्थित झोपड़ी में पनाह दी थी।
आतंकवाद रोधी संघीय एजेंसी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने पहलगाम हमले में संलिप्त आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और रसद की मदद की थी।
| | |
 |