कांग्रेस के एक सांसद और तीन विधायकों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी की कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार कानून के किसी भी उल्लंघन का समर्थन नहीं करेगी और न ही वह कानून को लागू किए जाने के रास्ते में आएगी।

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अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने कांग्रेस के बेल्लारी से सांसद ई. तुकाराम और पार्टी के तीन विधायकों के खिलाफ वाल्मीकि घोटाले से संबंधित धन शोधन मामले में धन शोधन जांच के तहत छापेमारी की कार्रवाई की।
एक सवाल के जवाब में सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘मुझे क्या करना चाहिए? ईडी ने छापे मारे हैं। कानून के मुताबिक वे जो करना चाहते हैं, उन्हें करने दीजिए। हम कानून के किसी भी उल्लंघन का समर्थन नहीं करेंगे। हम कानून को लागू करने के रास्ते में भी नहीं आएंगे। हम इसमें बाधा नहीं डालेंगे।’’
ईडी ने बताया कि बेल्लारी में पांच परिसरों और बेंगलुरु शहर में तीन परिसरों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की जा रही है। ये आवास तुकाराम और विधायक नारा भरत रेड्डी (बेल्लारी शहर), जे. एन. गणेश (कांपली) और एन. टी. श्रीनिवास (कुडलिगी) से संबंधित हैं।
सूत्रों ने कहा कि यह अभियान कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि एसटी विकास निगम (केएमवीएसटीडीसी) के खातों से करोड़ों रुपये की धनराशि को ‘‘फर्जी खातों’’ में भेजने तथा फर्जी संस्थाओं के माध्यम से काले धन को सफेद में बदलकर चुनाव खर्च में इस्तेमाल के आरोपों के संबंध में सबूत जुटाने के उद्देश्य से चलाया गया।
आरोप है कि इस धन को 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान बेल्लारी सीट के मतदाताओं एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं में वितरित किया गया।
| | भाषा | चिक्कबल्लापुर (कर्नाटक) |
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