पंजाब सरकार ने युद्ध और आतंकवाद के पीड़ितों के लिए फरिश्ते योजना का किया विस्तार
युद्ध और आतंकवाद से प्रभावित लोगों को अब पंजाब की ‘फरिश्ते’ योजना के तहत शामिल किया जाएगा, जिसका मूल उद्देश्य पीड़ितों को मुफ्त उपचार उपलब्ध कराना है।
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शुक्रवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस आशय का निर्णय किया गया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि युद्ध और आतंकवादी गतिविधियों के पीड़ितों को राज्य के सरकारी एवं सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में तत्काल, परेशानी मुक्त चिकित्सा उपचार प्रदान करने के लिए फरिश्ते योजना 2024 के तहत कवरेज का विस्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस कदम का उद्देश्य युद्ध और आतंकवादी गतिविधियों के दौरान लगी चोटों के कारण होने वाली मृत्यु दर और रुग्णता दर को कम करना तथा आम लोगों को आगे आकर ऐसे लोगों को समय पर उपचार दिलाने में मदद करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
फरिश्ते योजना के तहत, कोई भी व्यक्ति जो स्वेच्छा से दुर्घटना के पीड़ितों को बचाता है और उनकी जान बचाने में मदद करता है, उसे ‘फरिश्ता’ माना जाएगा और उसे प्रशंसा प्रमाण पत्र और 2,000 रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
यह योजना पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं के सभी पीड़ितों पर लागू होती है और दुर्घटना पीड़ितों को बिना किसी लागत की सीमा के उपचार प्रदान करती है।
कैबिनेट ने राज्य में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए तीन क्षेत्रों में खरीफ मक्का को बढ़ावा देने के मकसद से एक पायलट परियोजना को भी मंजूरी दी है। यह परियोजना तीन क्षेत्रों - गुरदासपुर-पठानकोट, बठिंडा और जालंधर-कपूरथला - में शुरू की जाएगी।
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