गैर स्थानीय लोगों की हत्या के मामले में NIA ने कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर छापे मारे

Last Updated 28 Jan 2025 11:13:14 AM IST

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार सुबह आतंकवादियों द्वारा गैर-स्थानीय लोगों की हत्या के मामले में मंगलवार को कश्मीर में कई स्थानों पर छापेमारी की।


एनआईए सूत्रों ने बताया कि ये छापे जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सहायता से मारे जा रहे हैं।

सूत्रों ने बताया, "एनआईए के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संदीप चौधरी की निगरानी में श्रीनगर, बडगाम और सोपोर इलाकों में छह स्थानों पर छापेमारी हो रही है।"

एनआईए जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से संबंधित कई अपराधों की जांच कर रही है, जिसमें 9 जून 2024 को जम्मू संभाग के रियासी जिले में हिंदू तीर्थयात्रियों की हत्या और गांदरबल जिले के गगनगीर की हत्या शामिल है।

आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों से भरी 53 सीटों वाली बस पर तब गोलीबारी की थी, जब बस शिवखोड़ी मंदिर से रियासी जिले के कटरा शहर जा रही थी। उस नृशंस हमले में नौ लोग मारे गए थे और 41 लोग घायल हो गए थे। आतंकवादियों ने पहले बस के ड्राइवर पर गोली चलाई और फिर पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलीबारी की।

20 अक्टूबर 2024 को दो आतंकवादी, एक विदेशी और एक स्थानीय, गांदरबल जिले के गगनगीर में एक इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के वर्कर कैंप में घुसे और अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में छह गैर-स्थानीय नागरिक कर्मचारी और एक स्थानीय डॉक्टर मारे गए।

घाटी में गैर-स्थानीय राजमिस्त्री, बढ़ई, ईंट बनाने वाले, ड्राइवर और रेहड़ी-पटरी वाले जैसे अकुशल श्रमिक भी आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हुए। पिछले 20 सालों में आतंकवादियों ने कई जगहों पर गैर-स्थानीय मजदूरों की हत्या की है।

माना जाता है कि गैर-स्थानीय लोगों को मारना आतंकवादियों की एक रणनीति है, जिसका उद्देश्य स्थानीय आबादी को व्यापार, शिक्षा और व्यवसाय से दूर रखना है।

इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के बाहर उन जगहों पर स्थानीय लोगों के खिलाफ सांप्रदायिक प्रतिक्रिया भड़काने की कोशिश करना भी है, जहां ये लोग देश के अन्य राज्यों में रह रहे हैं और व्यापार कर रहे हैं और शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
 

आईएएनएस
श्रीनगर


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment