हिमाचल प्रदेश के CM ने पेश की मिसाल, अपनी समस्त जमा पूंजी आपदा राहत कोष में कर दी दान
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू (Thakur Sukhwinder Singh Sukhu) ने पूरे देश के समक्ष एक मिसाल पेश की है। इसके तहत उन्होंने भारी बारिश एवं भूस्खलन से आई आपदा से जूझ रहे हिमाचल के लिए अपनी समस्त जमा पूंजी आपदा राहत कोष-2023 (Disaster Relief Fund-2023) में दान कर दी है।
![]() हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू |
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास ओक ओवर में अपनी धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर की उपस्थिति में अपनी व्यक्तिगत जमा पूंजी 51 लाख रुपए का चेक मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को सौंपा। सुक्खू संभवतया देश के ऐसे पहले सीएम बन गए हैं जिन्होंने पद पर रहते हुए अपनी निजी जमा पूंजी सरकार को आपदा से निपटने के लिए दान में दी है।
आपदा राहत कोष में दान देने की मची होड़
इस अवसर पर सीएम ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि आपदा की इस घड़ी में समाज का हर वर्ग बढ़-चढ़कर अंशदान कर रहा है। बच्चों ने अपनी गुल्लक तोड़कर तो कर्मचारियों ने अपने वेतन और बुजुर्गों ने पेंशन से अपने सामर्थ्य अनुसार आपदा राहत कोष में दान दिया है। इसे देखकर उनके मन में भी विचार आया कि उन्हें भी अपनी निजी जमा पूंजी से धन आपदा में दान देना चाहिए और ऐसे में अपने तीन बैंकों खातों से सारे पैसे निकालकर आज 51 लाख रुपए दान कर दिए हैं।
सूचना के अनुसार अब मुख्यमंत्री के खातों में महज 17 हजार की राशि शेष रह गई है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अगिहोत्री, स्वास्थ्य मंत्री डॉ.(कर्नल) धनी राम शांडिल, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, उद्योग मंत्री हषर्वर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, सी.एम. के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, ओएसडी रितेश कपरेट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
पहले भी दे चुके हैं 11 लाख
यह पहला मौका नहीं है, जब सीएम ने सामाजिक सरोकार को अधिमान देते हुए धन दान किया है। इससे पहले भी कोरोना काल (Corona Time) में विधायक के तौर पर उन्होंने एम साल का वेतन और अपनी एफडीआर तोड़कर भी 11 लाख रुपए की धनराशि राज्य सरकार को महामारी से लड़ने के लिए दान में दी थी। इसके साथ ही कोराना काल में उन्होंने अपनी विधायक निधि से 31 लाख की एक मशीन हमीरपुर जिला के एक अस्पताल को दी थी।
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