Odisha Train Tragedy: बालासोर ट्रेन हादसे मामले में CBI की जांच शुरू, दर्ज की FIR
बालासोर में दो जून को हुए रेल हादसे की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने मौके का मुआयना किया। सीबीआई की टीम अब हादसे की वजहों की तलाश में जुट गई है।
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केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को कहा कि ओडिशा ट्रेन दुर्घटना मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। सीबीआई ने कहा, हमने रेल मंत्रालय के अनुरोध पर और ओडिशा सरकार की सहमति से मामला दर्ज किया है। यह घटना कोरोमंडल एक्सप्रेस, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस और राज्य के बहनागा बाजार में एक मालगाड़ी से जुड़ी ट्रेन दुर्घटना से संबंधित है।
अधिकारी ने कहा कि सीबीआई ने पहले से कटक में बालासोर जीआरपीएस में दर्ज मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है। ओडिशा के बालासोर में सीबीआई की एक टीम पहले से ही मौजूद है।
उसने मंगलवार को पटरियों और सिग्नल रूम का निरीक्षण किया और बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर तैनात रेल अधिकारियों से पूछताछ की।
उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड ने रविवार को दुघर्टना की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। दो यात्री ट्रेनों और एक मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुल 278 लोगों की जान गई थी और करीब 1200 लोग घायल हुए थे।
सीबीआई अधिकारियों के साथ आई फॉरेंसिक टीम ने भी सिग्नल रूप के कर्मचारियों से बात की और विभिन्न उपकरणों के उपयोग एवं उनके काम करने के तरीकों की जानकारी प्राप्त की।
सीबीआई हादसे की आपराधिक कोण से जांच करेगी क्योंकि रेलवे ने हादसे के पीछे तोड़फोड या बाहरी हस्तक्षेप की आशंका जताई है।
खुर्दा रोड मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) रिंकेश रॉय ने संदेह जताया है कि सिग्नल प्रणाली में संभवत: ‘छेड़छाड़’ की गई है।
उल्लेखनीय है कि घटना के एक दिन बाद यानी तीन जून को ओडिशा पुलिस द्वारा बालोसोर राजकीय रेलवे पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी संख्या 64 की जांच केंद्रीय एजेंसी ने अपने हाथ में ली है।
दक्षिण पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य चौधरी ने कहा, ‘‘सीबीआई सभी पहलुओं की जांच करेगी। वह जानकारी एकत्र कर रही है और रेलवे इसमें पूरा सहयोग करेगा।’’
रेलवे सुरक्षा के मुख्य आयुक्त (दक्षिण पूर्वी क्षेत्र) शैलेश कुमार पाठक ने सोमवार को घटनास्थल का दौरा किया और अपनी जांच के तहत हादसे के बारे में लोगों से बात की।
एक अधिकारी ने बताया कि हादसे की वजहों की जानकारी सीबीआई और सीसीआरएस की जांच पूरी होने के बाद ही मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि बालासोर जीआरपी ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की है और वह भी हादसे की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि दो जून शाम करीब सात बजे हावड़ा के नजदीक शालीमार से चेन्नई सेंट्रल जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी जिससे उसके अधिकतर डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उसी समय दूसरी ओर से गुजर रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के आखिरी कुछ डिब्बे भी कोरोमंडल एक्सप्रेस की बेपटरी हुई बोगियों से टकरा गए थे।
हादसे में मारे गए 278 लोगों में 177 लोगों की पहचान कर ली गई है और उनके शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
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