अच्युतानंदन ने पद्मनाभ मंदिर से कथित चोरी खुलासे के लिए सीबीआई जांच की मांग की
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गज एवं पूर्व मुख्यमंत्री वी एस अच्युतानंदन ने प्रसिद्ध श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर से सोने के आभूषण एवं पात्रों की कथित चोरी के मामले की सीबीआई जांच की शुक्रवार को मांग की.
पद्मनाभ स्वामी मंदिर (फाइल फोटो) |
अच्युतानंदन ने एक बयान में कहा, पता चला है सदियों पुराने मंदिर के गुप्त खजाने से 186 करोड़ रपये मूल्य के सोने के सामान चोरी हो गये हैं.
मार्क्सवादी नेता ने कहा कि उच्चतम न्यायालय की ओर से नियुक्त न्यायमित्र और पूर्व कैग प्रमुख विनोद राय की अध्यक्षता वाली समिति दोनों एक ही निष्कर्ष पर पहुंचे हैं, कि ‘सोने का बहुमूल्य सामान चोरी हो गया है.’
उन्होंने कहा, ‘ऐसी स्थिति में, जो भी इस चोरी के पीछे हैं उसका पर्दाफाश होना चाहिए. इसके लिए सीबीआई की जांच कराये जाने की जरूरत है.’
अच्युतानंदन ने कहा कि उन्होंने करीब एक साल पहले सार्वजनिक रूप से इस मंदिर में ऐसी चोरी होने की बात कही थी.
उन्होंने कहा कि ‘लेकिन, उस समय बहुत से लोगों ने मुझपर गलत आरोप लगाने का प्रयास किया था’ उन्होंने कहा न्यायमित्र और पूर्व कैग प्रमुख की अगुवाई वाली समिति के इन लोगों का मुंह बंद करा दिया है.
उल्लेखनीय है कि विनोद राय की प्रमुखता वाली समिति ने मंदिर के खर्चे में ‘अप्रत्याशित’ बढ़ोतरी पायी थी, जबकि करीब 186 करोड़ रूपये के सोने के पात्र लापता थे. इसके अलावा इस समिति ने इस अनियमितता की जांच के लिए एक समिति बनाने की सुझाव दिया था.
इस समय दक्षिण भारत के सबसे समृद्ध मंदिरों में शामिल इस मंदिर का प्रबंधन उच्चतम न्यायालय की ओर से नियुक्त समिति कर रही है क्योंकि प्रबंधन संबंधी मामलों का एक मुकदमा न्यायालय में लंबित है. प्रबंधकीय समिति के प्रमुख जिला एवं सत्र न्यायाधीश हैं.
उल्लेखनीय है कि करीब चार साल पहले पद्मनाभ स्वामी मंदिर के तहखाने में करोड़ों रूपये का गुप्त खजाना मिलने से इस मंदिर को अंतरराष्ट्रीय तौर पर प्रसिद्धि मिली थी.
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