कांग्रेस की ‘जय हिंद यात्रा’ ‘जय पाकिस्तान यात्रा’ जैसी है : भाजपा

Last Updated 30 May 2025 04:52:07 PM IST

भारतीय जनता पार्टी ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष के बाद सरकार पर कांग्रेस नेताओं के सवालों और कटाक्षों को लेकर शुक्रवार को विपक्षी दल पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी की ‘जय हिंद यात्रा’ असल में ‘जय पाकिस्तान यात्रा’ जैसी लग रही है।


भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेता अक्सर संघर्ष में भारत द्वारा गंवाए गए विमानों की संख्या के बारे में पूछते रहते हैं। उन्होंने जयराम रमेश पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के रूप में विदेश यात्रा करने वाले सांसदों की तुलना आतंकवादियों से करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि गांधी ने कभी भी पाकिस्तान में नष्ट किए गए आतंकी स्थलों और हवाई अड्डों का ब्यौरा नहीं पूछा, लेकिन उनकी पार्टी ने पड़ोसी देश की तुलना में भारतीय लड़ाकू विमानों के नुकसान के बारे में अधिक बार पूछताछ की है।

उन्होंने कहा कि ये नेता ‘पाकिस्तान के बब्बर’(लड़ाके) जैसे हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि वे ‘भारत के गब्बर’ हैं। उन्होंने लोकप्रिय फिल्म शोले के खलनायक का उदाहरण देते हुए कहा कि उनका भी वही हश्र होगा जो नायक जय और वीरू के हाथों डकैत का हुआ था।

उन्होंने कहा, “भारत की जय और वीरता के कारण गब्बर की हार निश्चित है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सांसद भी उन सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में शामिल हैं जो पहलगाम आतंकी हमले और पाकिस्तान के खिलाफ भारत के दंडात्मक हमलों के बाद भारत का रुख सामने रखने के लिए विश्व की राजधानियों के दौरे पर हैं।

उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस सांसद अच्छा काम कर रहे हैं क्योंकि प्रतिनिधिमंडल भारत के रुख को मजबूती से रख रहा है लेकिन रमेश एक ही सांस में उनकी तुलना आतंकवादियों से कर दे रहे हैं।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को कहा था कि पहलगाम हमले के पीछे के आतंकवादी विदेश में घूम रहे हैं और ये सांसद भी विदेश में हैं।

पात्रा ने कांग्रेस के कई नेताओं के विवादास्पद बयानों का हवाला दिया जिनमें पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष और सिंधु जल संधि के निलंबन पर सवाल उठाना भी शामिल है।

उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी भले ही दावा कर रही हो कि वह इस मुद्दे पर सरकार के साथ है, लेकिन वह शुरू से ही सशस्त्र बलों का मनोबल गिरा रही है।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अपनी ‘जय हिंद यात्रा’ स्थगित कर देनी चाहिए जो ‘जय पाकिस्तान यात्रा’ की तरह ज्यादा दिखती है, और इसके बजाय पाकिस्तान के साथ परामर्श करना चाहिए तथा संयुक्त संवाददाता सम्मेलन आयोजित करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में गांधी को अक्सर उद्धृत किया जाता रहा है।

कांग्रेस द्वारा पार्टी सांसद शशि थरूर पर सरकार के कार्यों का जोरदार बचाव करने के लिए तीखे तेवर अपनाए जाने के बीच, पात्रा ने कहा कि पार्टी दो गुटों में बंट गई है। थरूर अमेरिका और चार अन्य देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।

पात्रा ने आरोप लगाया कि एक पक्ष पाकिस्तान का समर्थन करता है, जबकि दूसरे पक्ष में वे लोग शामिल हैं जो भारत के लिए आवाज उठाना चाहते हैं, लेकिन गांधी जैसे नेताओं के कारण ऐसा नहीं कर पाते।

उन्होंने कहा कि एक अन्य कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, जो प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य हैं, उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से आए बदलावों के बारे में बात की थी और कहा कि किसी को पूर्व केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी गांधी तक पहुंचानी चाहिए।

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नीत संप्रग शासन के दौरान तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने पर आतंकवादियों को प्रधानमंत्री कार्यालय में आमंत्रित किया गया था। उन्होंने उन खबरों का हवाला दिया कि बटला हाउस मुठभेड़ में कुछ युवा आतंकवादियों के मारे जाने पर सोनिया गांधी रो पड़ी थीं।

पात्रा ने पड़ोसी देश को हुए नुकसान पर जोर देने के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की टिप्पणियों का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों ने उनके देश के सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया।

उन्होंने कहा, “गांधी को अपने मित्र शरीफ की बात सुननी चाहिए।”

पात्रा ने अमेरिकी सैन्य विशेषज्ञ जॉन स्पेंसर की राय का हवाला दिया, जिसे भारतीय मीडिया में व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया है कि भारत ने संघर्ष में तकनीकी युद्ध जीता, जबकि चीन के छद्म रूप में पाकिस्तान हार गया।

उन्होंने कहा कि स्पेंसर अकेले नहीं हैं, क्योंकि कई विशेषज्ञों ने भारत की निर्णायक जीत के बारे में बात की है, लेकिन कुछ विपक्षी दल, विशेषकर कांग्रेस, देश का मनोबल गिराने की कोशिश कर रही है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा चुने गये शब्दों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सबके “सेवक” हैं। मोदी ने राज्य में एक रैली में उनकी सरकार पर निशाना साधा था।

उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि वहां घुसपैठियों और रोहिंग्याओं को शरण मिल रही है।

भाषा
नई दिल्ली


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