Delhi Coaching: कोचिंग में 3 छात्रों की मौत पर MCD का एक्शन- JE को बर्खास्त और AE किया निलंबित

Last Updated 29 Jul 2024 03:33:31 PM IST

देश की राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राऊ आईएएस कोचिंग सेंटर हादसे को लेकर दिल्ली नगर निगम यानी एमसीडी ने सोमवार को बड़ा एक्शन किया है।


एमसीडी ने कोचिंग सेंटर के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया है। वहीं इस मामले में दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर अश्वनी कुमार ने स्थानीय असिस्टेंट इंजीनियर को निलंबित कर दिया है, जबकि जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त किया है।

निलंबित हुए असिस्टेंट इंजीनियर का नाम विश्राम मीणा और बर्खास्त जूनियर इंजीनियर का नाम विष्णु मित्तल है।

इस हादसे में एमसीडी की यह पहली कार्रवाई है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने राऊ आईएएस कोचिंग के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया था, जिससे इस मामले में गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या 7 हो गई है।

कोचिंग सेंटर हादसे के दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद राजेंद्र नगर थाने से दिल्ली पुलिस कोर्ट ले गई, जहां से दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस मामले में कार्रवाई की जानकारी दिल्ली पुलिस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट के माध्यम से दी।

इससे पहले एमसडी की मेयर शैली ओबेरॉय के आदेश पर अधिकारियों ने रविवार देर रात राजेंद्र नगर इलाके में अवैध रूप से बेसमेंट में संचालित हो रहे 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया। इनमें आईएएस गुरुकुल, चहल अकादमी, प्लूटस अकादमी, साई ट्रेडिंग, आईएएस सेतु, टॉपर की अकादमी, दैनिक संवाद, सिविल्स डेली आईएएस, करियर पावर, 99 नोट्स, विद्या गुरु, गाइडेंस आईएएस, इजी फॉर आईएएस शामिल हैं। एमसीडी अधिकारियों ने जानकारी दी है कि ये कोचिंग सेंटर राजेंद्र नगर के विभिन्न इलाकों में संचालित हो रहे थे। इनमें नियमों का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में कोचिंग संचालित होता पाया गया और मौके पर ही इनको सील कर नोटिस चस्पा कर दिया गया।

उधर संसद में भी विद्यार्थियों की मौत का मामला जमकर गूंजा। विपक्षी पार्टियों द्वारा लगातार ये आरोप लगाया जा रहा है कि नालों की सफाई करवाने की जिम्मेदारी एमसीडी की थी और दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने उसमें कोताही बरती। जिसकी वजह से यह पूरी घटना हुई।

नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज ने यह सवाल उठाया कि जब दिल्ली में नालों की सफाई और सिल्ट निकालने का काम दिल्ली सरकार की एमसीडी के पास है तो उसमें कोताही क्यों बरती गई और अधिकारियों ने सिर्फ पेपरों पर खानापूर्ति करते हुए दिल्ली के सभी नालों को साफ बता दिया और अब जब इतना बड़ा हादसा हुआ है तो उसके लिए कौन जिम्मेदार है।

बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम(27 जुलाई) हुई बारिश से ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था। पानी में डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन स्टूडेंट की मौत हो गई थी। जिनकी पहचान तानिया सोनी, श्रेया यादव और नवीन डेल्विन के रूप में हुई।

राजेंद्र नगर थाने में इस मामले में केस दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।

 

आईएएनएस
नई दिल्ली


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