दिल्ली में शराब की दुकानें एक दिन बंद रहने के बाद, आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा दिए गए लाइसेंस की मियाद मंगलवार को उप राज्यपाल वी.के.सक्सेना द्वारा एक महीने बढ़ाने की मंजूरी दिए जाने के साथ ही खुलने लगी हैं।
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‘आप’ सरकार ने निजी दुकानदारों के साथ-साथ होटल और बार को भी शराब की बिक्री करने की अनुमति दी थी।
अधिकारियों ने बताया कि छह जोन के लाइसेंस धारकों ने मियाद विस्तार से दूर रहने का फैसला किया और उन्होंने लाइसेंस लौटा दिया है जिसकी वजह से इन जोन की 125 शराब दुकानें बंद रहेंगी। इसके साथ ही दिल्ली में शराब की दुकानों की संख्या में और कमी आएगी और 31 जुलाई के 468 के मुकाबले अब 343 शराब दुकानें ही रह जाएंगी।
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को खुली शराब की दुकानों के सामने शुरुआती घंटों में कम भीड़ देखी गई।
लक्ष्मी नगर में शराब की दुकान चला रहे व्यक्ति ने बताया, ‘‘आमतौर पर सुबह कारोबार मंदा रहता है। आज मंगलवार होने के साथ-साथ सावन (श्रावण) भी है। इस दौरान कई लोग शराब पीने से परहेज करते हैं’’
दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने सोमवार को आदेश जारी कर कहा था कि शराब की खुदरा और थोक बिक्री के लिए जारी लाइसेंस की मियाद 31 अगस्त तक बढ़ाई जाती है। हालांकि निर्धारित अवधि के लिए शुल्क का भुगतान करना होगा।
आदेश के मुताबिक एक सितंबर से आबकारी नीति 2021-22 समाप्त हो जाएगी और इसके बदले दिल्ली सरकार पुरानी व्यवस्था लागू करेगी।
कंफेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहोलिक बीव्रेज कंपनीज (सीआईएबीसी) ने हालांकि, इस एक महीने के विस्तार को खारिज कर दिया है।
सीआईएबीसी के महानिदेशक विनोद गिरि ने कहा, ‘‘शुरू-बंद-शुरू के चक्र या एक महीने जैसे अल्पकाल के लिए विस्तार से आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होती है। या तो माल जमा हो जाता है या खत्म हो जाता है जिसे ठीक करने में समय लगता है।’’
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