जहांगीरपुरी में फायरिंग करने वाले सोनू चिकना को पिस्टल सप्लाई करता था यह चोर गुलाम रसूल
जहांगीरपुरी में फायरिंग करने वाले 28 वर्षीय इमाम उर्फ सोनू चिकना उर्फ यूनुस की गिरफ्तारी के बाद उस व्यक्ति को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया, जिसने उसे पिस्तौल मुहैया कराई थी।
![]() चोर गुलाम रसूल |
इमाम को 18 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था, और उसकी गिरफ्तारी के दो दिन बाद, कथित हथियार आपूर्तिकर्ता - गुलाम रसूल उर्फ गिल्ली को पुलिस ने पकड़ लिया।
1995 में जहांगीरपुरी में जन्मा गुलाम रसूल अनपढ़ है। बुरी संगत और अपराध की दुनिया में पड़ने से पहले वह मछली बेचता था।
उसे दो बार चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है - पहली बार 2017 में और दूसरी बार 2020 में।
2017 में रसूल अपने साथियों के साथ शहर के एक घर में घुस गया और 4 सोने की चेन, 8 सोने की अंगूठियां, 2 सोने के हार और कुछ पैसे चुरा लिए।
घर के मालिक ने आरोपी रसूल को वारदात को अंजाम देते हुए पकड़ लिया, जबकि उसके साथी मौके से फरार होने में कामयाब हो गए।
इस मामले में आरोपी गुलाम रसूल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
तीन साल बाद 2020 में उसे फिर से दूसरे घर में चोरी करने के पकड़ा गया था।
गुलाम रसूल का पांच लोगों का परिवार है - पिता, मां और दो भाई-बहन। शुरुआत से वह दिल्ली में ही रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रसूल से पूछताछ करना ज्यादा मुश्किल नहीं रहा। एक सूत्र ने कहा, "उसने साधारण पूछताछ में सब कुछ उगल दिया है।"
यह भी पता चला है कि आरोपी को 'बीड़ी' पीने की जबरदस्त लत है।
सलीम चिकना का अपराध से रहा है पुराना रिश्ता
जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को हुई हिंसा मामले के एक आरोपी सलीम चिकना ने 12 साल पहले चाकू की नोंक पर एक व्यक्ति से 600 रुपये लूट लिए थे, जिसके लिए उसे आठ महीने बाद दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आईएएनएस को मिले पुलिस डोजियर के मुताबिक जहांगीरपुरी इलाके में पैदा हुए 36 वर्षीय शेख सलीम उर्फ सलीम चिकना आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सका था।
बड़े होने के बाद, उसने एक कबाड़ी (रैगमैन) के तौर पर काम करना शुरू किया, लेकिन बाद में वह बुरी संगत में पड़ गया और आसानी से पैसा बनाने के लिए अपराध करना शुरू कर दिया।
चिकना पर 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में हुई सांप्रदायिक झड़पों के दौरान सबसे हिंसक दंगाइयों में से एक होने का आरोप है और उस पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
20 अप्रैल को, दिल्ली की एक अदालत ने उसकी पुलिस हिरासत को तीन दिन और बढ़ा दिया था।
एक अधिकारी ने कहा, "उसने लगातार पूछताछ के दौरान सच उगल दिया।"
शुरू से ही दिल्ली में रहने वाले चिकना के परिवार में चार सदस्या हैं- पत्नी, मां और दो भाई।
हालांकि वह 2010 से किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं पाया गया था, लेकिन सूत्रों ने दावा किया कि उसने एक कबाड़ डीलर की आड़ में अपराध किए हैं।
पुलिस इस मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और दो नाबालिगों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
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