अपने घर में ही रहें, गांव न जाएं : केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश दोनों सरकारों ने बसों का इंतजाम कर दिया लेकिन अभी भी सभी से अपील है कि वे जहां हैं वहीं रहें।
![]() 4 दिनों से लॉकडाउन के बाद भी पैदल चल कर यूपी-बिहार आदि राज्यों में जाने के लिए दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर पहुंचे मजदूर तबके के लोग। फोटो : आईएएनएस |
हमने दिल्ली में रहने, खाने पीने सबका इंतजाम किया है। कृपया अपने घर में ही रहें, अपने गांव न जाएं। नहीं तो लाकडाउन का मकसद ही खत्म हो जाएगा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि दिल्ली सरकार की 100 और उत्तर प्रदेश सरकार की 200 बसें दिल्ली से पैदल जाने की कोशिश कर रहे लोगों को लेकर जा रही है। फिर भी सभी से मेरी अपील है कि लॉकडाउन का पालन करें, कोरोना को नियंत्रित रखने का यही समाधान है। बाहर निकलने में कोरोना का पूरा खतरा है। सिसोदिया ने कहा कि आज 567 स्कूलों में खाना खिलाया जा रहा है। रात तक यह संख्या बढ़ जाएगी। मैं स्कूल का निरीक्षण कर रहा हूं। बंद स्कूल का प्रयोग नाईट शेल्टर के रूप में शुरू होगा। लोगों से अपील है कि वे यहीं रहें, इधर-उधर न जाएं। उनके रहने व खाने का इंतजाम है।
राजधानी के आनंद विहार में बड़ी संख्या में गरीब लोगों के जमा होने के बाद दिल्ली सरकार ने 100 बसें व उत्तर प्रदेश सरकार की 200 बसें लोगों को ले जाने के काम में लगा दी गई। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को लोगों से अपील की थी कि सभी राज्यों के लोगों के भोजन का इंतजाम है, अगर वे सीमा तक पहुंचे हैं तो लौट आएं लेकिन शनिवार को भीड़ बढ़ने पर भेजने का इंतजाम किया गया है। समाज कल्याण मंत्री राजेन्द्रपाल गौतम ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के अलग-अलग रास्तों से पैदल चलते हुए अपने गांवों को जाते हुए लोगों से मेरी अपील है कि आप लोग दिल्ली में जहां भी ठहरे थे वहीं वापस आ जाएं। आपके खाने पीने का इंतजाम दिल्ली सरकार करेगी जरूरतमंद लोगों के लिए अपने स्कूलों को नाइट शेल्टर के रूप में इस्तेमाल करेगी। एक और ट्वीट कर मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार ने अगले महीने का राशन भी अभी से बांटना शुरू कर दिया है। प्रति व्यक्ति 7.5 किलो यानि सामान्य से डेढ़ गुना राशन दिया जा रहा है।
बार्डर तक छोड़कर गई बसें, थर्मल स्क्रीनिंग के लिए लगी लम्बी कतार : दिल्ली से मजदूरों व कामगारों का बड़ी संख्या में प्रदेश की सीमा पर पहुंचना जारी है। उन्हें डीटीसी बसों में भरकर सीमाओं पर छोड़ा जा रहा है। इन लोगों में उत्तरप्रदेश के साथ ही बिहार व झारखण्ड के लोग भी बड़ी संख्या में हैं। आनंद विहार बस अड्डे के पास कुम्भ मेले जैसा नजारा देखने को मिला। लोग बड़ी संख्या में परिवार के साथ इधर-उधर भागते हुए दिखे। हालांकि उत्तरप्रदेश सरकार ने लोगों को वहां से निकालने के लिए बसों की व्यवस्था की है, लेकिन लोगों की संख्या बहुत अधिक होने के कारण व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। भीड़ को नियंत्रित के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। लोगों को बसों में चढ़ाने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा शुरू की गई है। इसके चलते करीब तीन किमी लम्बी कतार लग गई। बसों के आते ही लोग उन पर टूट पड़ रहे हैं।
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