नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में तीसरे दिन भी होता रहा उत्पात
नॉर्थ ईस्ट जिले में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही, सोमवार रात हुए दंगे के बाद संवेदनशील इलाकों में खासतौर पर दिल्ली पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
![]() नार्थ-ईस्ट दिल्ली में दंगाइयों द्वारा दुकानों को जलाने के बाद क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी। |
खजूरीखास, भजनपुरा, गामड़ी, यमुना विहार, नूरे ए इलाही, मुस्तफाबाद, करावल नगर, दयालपुर शिव विहार, गोकलपुरी, गंगोत्री विहार, गंगा विहार, कर्दमपुरी ब्रह्मपुरी, मौजपुर जैसे इलाकों में पुलिस का कड़ा पहरा दिखाई पड़ा वहीं सड़कों पर पुलिस ने बेरिकेड लगा दिए थे और किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा था। पूरी तरह से इन इलाकों में कफ्र्यू जैसा माहौल देखने का मिला है।
दोपहर बाद मचाया उत्पात : मंगलवार को पुलिस की भारी संख्या में मौजूदगी के चलते नॉर्थ ईस्ट के कुछ इलाकों में दोपहर तक शांति देखने को मिली, लेकिन दोपहर बाद एक बार फिर से उपद्रवियो ने जमकर उत्पात मचाया। सबसे ज्यादा दंगा फसाद भजनपुरा, खजूरी, करावल नगर, यमुना विहार, गोकलपुरी अंबेडकर कॉलेज के पास व मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास देखने को मिला। मौजपुर मेट्रो स्टेशन पास उपद्रवियों ने दो स्कूटी को आग के हवाले कर दिया और जमकर पथराव किया। वहीं मौजपुर विजय पार्क इलाके में उपद्रवियों द्वारा गोली चलाने की खबर भी सामने आई है। जाफराबाद स्थित जनता कॉलोनी में उपद्रवियो ने देर शाम बवाला मचाया और आगजनी के साथ साथ कई घरों में तोड़फोड़ भी की। करावल नगर इलाके में भी रह-रह कर पथराव हुए। देर शाम तक मंडावली इलाके में भी पथराव और तोड़फोड़ की खबरें सामने आईं।
सड़कों पर दिखे दंगाइयों द्वारा जलाए गए वाहन : सोमवार रात नॉर्थ ईस्ट जिला में दंगाइयों द्वारा कई इलाकों में वाहनों में आग लगा दी थी जिसकी वजह से करीब पांच सौ ज्यादा वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इनमें सबसे ज्यादा बाइक, स्कूटी कारें, ई-रिक्शा, और टेंपो भी शामिल हैं। भजनपुरा पेट्रोल पंप पर ही तीन दर्जन से ज्यादा वाहन जले दिखे। वहीं भजनपुरा स्थित राजीव ऑटो मोबाइल्स के दो शोरूम भी दंगाइयों ने जला दिए। भजनपुरा में पेट्रोल पंप, ई रिक्शा के शोरूम भी खाक हो गए। वहीं मंगलवार सुबह खजूरीखास चौराहे पर दंगाइयो ने एक ई-रिक्शा को आग के हवाले कर दिया । वहीं दूसरी तरफ यमुना विहार से भजनपुरा तक जाने वाले मागरे पर जगह-जगह वाहन जली हुई हालत में पड़े मिले।
लोनी गोल चक्कर के पास टायर मार्केट में धधकती रही आग : सोमवार देर रात लोनी गोल चक्कर के पास टायर मार्केट को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया। जिससे वहां पर एक के बाद एक टायरों की दुकानों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। वहीं दमकल कर्मियों ने पूरी रात काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन मंगलवार को भी टायर मार्केट में आग धधकती रही। कई दमकल की गाड़ियों ने वहां पर पहुंच कर आग पर काबू करने की कोशिश की। दमकल कर्मियों का कहना था कि रात को लगी आग से ज्यादातार दुकानें जर्जर हो गई हैं। उसका ध्यान में रखते हुए सावधानी से आग बुझाने का काम किया गया जिसके बाद अब पूर्ण रूप से काबू पा लिया गया है।
सोमवार रात को नॉर्थ ईस्ट जिले के कई इलाकों में हिंसक वारदातों के बाद से मंगलवार को दिल्ली पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों की तैनाती संवदेनशील बढ़ा दी गई थी। सुरक्षा की दृष्टि से सभी मुख्य मागरे पर आने जाने वाले रास्तों पर जगह-जगह पुलिस ने बेरिकेड लगाए हुए थे। ताकि आम आदमी बाहर न निकले, लेकिन उसके बावजूद मंगलवार सुबह से रह रह कर कई इलाकों में उपद्रवियों ने जमकर पथराव कर उत्पत मचाया। पुलिस को इन उपद्रवियों से निपटने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। कई जगहों पर हालात इतने बिगड़ते नजर आए कि उन्हे संभालने के लिए स्थानीय लोगों का सहारा लेना पड़ा। लोनी गोल चक्कर के पास पुलिस प्रबंध नहीं होने के चलते वहां पर दंगाइयों ने आने-जाने वाले वाहनों को रोक अपना निशाना बनाया, इस दौरान संवेदनशील इलाकों में आगजनी के साथ-साथ वाहन चालकों के साथ छीनाझपटी जैसी वारदातें भी सामने आई हैं।
व्यस्तम सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा : राजधानी के सबसे व्यस्ततम इलाकों में शुमार भजनपुरा, खजूरी, करावल नगर, मुस्तफाबाद, गोकलपुरी, यमुना विहार लोनी गोल चक्कर, मौजपुर, जाफराबाद, सीलमपुर जैसे इलाकों में सड़कों पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। मंगलवार सुबह से ही इन इलाकों में सड़क पर इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए और पूरी तरह से सड़कें खाली पड़ी थी। रोजाना की तरह सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारों की जगह आज सड़के खाली पड़ी थी। केवल जगह-जगह चौक चौराहो पर दिल्ली पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों के जवान ही नजर आए।
दंगे के बाद इलाके में दहशत का माहौल लोग घरों से नहीं निकले : सोमवार देर रात तक चले दंगे फसाद के बाद खासतौर पर भजनपुरा और यमुना विहार, मुस्तफाबाद जैसे इलाकों में लोगों रातभर दहशत के साये में रात बिताने पर मजबूर हो गए। रात के समय रह रह कर शोर शराबे की आवाज सुनकर यह डर सता रहा था कि कहीं दंगाई उनके घरों को भी निशाना न बना लें। इसी तरह लोगों ने डर के साए में अपनी रात गुजारी। मंगलवार सुबह कई लोग जो अपने काम धंधों पर जाने वाले थे ज्यादातार लोगों अपने काम से छुट्टी कर घरों में ही रहना ठीक समझा। खजूरीखास निवासी राजेंद्र सिंह खारी ने बताया कि सोमवार को हुई हिंसा के बाद से हमारा पूरा परिवार दहशत में है। अपने परिवार की सुरक्षा को देखते हुए हमारे बच्चे आज अपने काम धंधों पर नहीं गए। कई लोग टीवी पर ही घर बैठ कर हिंसा की खबरेंंदेखते रहे।
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