दिल्ली: चिलचिलाती धूप व हीट स्ट्रोक से लोग बेहाल, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
राजधानी में पारा 45-47 डिग्री के पार पहुंच चुका है और गर्मी ने कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। चिलचिलाती धूप के साथ चल रही गर्म हवा के कारण लोगों को बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
फाइल फोटो |
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में लू का चलना और उच्चतर तापमान बना रहेगा।
दिल्ली में मौसम का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड होने के एक दिन बाद शनिवार को तापमान में कुछ गिरावाट दर्ज की गई। शहर में न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार को अधिकतम 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। सुबह में आद्र्रता का स्तर 48 फीसदी था। मौसम विभाग के अधिकारी ने दिन में और अगले कुछ दिनों तक लू चलने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग की वेबसाइट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी के लिये ‘रेड कोड’ चेतावनी जारी की गयी है। गुरूवार को मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज
की थी, जो पांच साल में सबसे अधिक तापमान है।
राष्ट्रीय राजधानी के कुछ इलाकों में शुक्रवार को 47 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था जो मौसम का सबसे गर्म दिन था। आयानगर और पालम में पारा क्रमश: 46 और 46.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
निजी एजेंसी स्काइमेट वेदर ने बताया कि चाणक्यपुरी इलाके में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। सफदरजंग ऑब्जव्रेटरी में अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सफदरजंग ऑब्जव्रेटरी में रिकॉर्ड तापमान को शहर का औपचारिक तापमान माना जाता है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
लू से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। बीते 72 घंटे के दौरान शरीर में पानी की कमी, हीट स्ट्रोक यानी लू लगने के मामलों में अस्पतालों में 15 से 18 फीसद अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। राजधानी के 8 अस्पतालों की इमरजेंसी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सर्वाधिक 345 मामले सफदरजंग अस्पताल में आए।
वहीं एम्स में 234, डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल में 230, लोकनायक अस्पताल में 223, जीटीबी में 218, हिंदुराव में 211, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में 199 और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में 187 मामले आए। 1847 मामलों में 60 फीसद उम्रदराज, बच्चे व गर्भवती महिलाओं की संख्या है।
एम्स में कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो. डॉ. राकेश यादव ने बताया कि लू लगने की मुख्य वजह डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी है। इसलिए घर से बाहर निकलने के पहले भरपूर मात्रा में पानी पीएं और तबीयत बिगड़ने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में डॉक्टर से परामर्श लें।
इन बातों का रखें ख्याल
- गर्मी और धूप से होने वाली बीमारी से बचने के लिए एहतियात बरतना चाहिए। विशेषकर बच्चों को कोल्ड ड्रिंक से दूर रखते हुए और शकिंजी देना चाहिए।
- इसके अलावा दही में गुड़ मिलाकर सेवन करना चाहिए।
- गर्मी में फूड प्वॉइजनिंग की आशंका भी बढ़ जाती है। इसलिए कटा हुआ फल न खरीदें और न ही देर से रखा हुआ खाना खाएं, बाहर खुले में बिकने वाले तले हुए खाद्य पदार्थ का सेवन भी न करें।
- तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें।
- बाजार में खुले में बिकने वाले जूस के सेवन से भी बचना चाहिए।
- घर से बाहर खाली पेट न निकलें।
- अधिक देर भूखे रहने से भी बचना चाहिए।
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