मोदी बोले, देश के जवान सीमा पर और सीमा पार दिखा रहे अपना पराक्रम

Last Updated 28 Feb 2019 10:41:46 AM IST

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 के आम चुनाव को जन आकांक्षाओं को पूरा करने वाला बताते हुए गुरुवार को कहा कि इसमें चुनने में थोड़ी सी भी चूक से विकास की गति रुक सकती है, भ्रष्टाचार का बोलबाला हो सकता है और देश पिछड़ सकता है।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

मोदी ने ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के अंतर्गत आज ‘नमो ऐप’ के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस समय देश की भावनाएं एक अलग स्तर पर हैं। देश का वीर जवान सीमा पर और सीमा के पार भी अपना पराक्रम दिखा रहा है। पूरा देश एक है और हमारे जवानों के साथ खड़ा है। दुनिया हमारी इच्छा शक्ति को देख रही है। देश की सुरक्षा का संकल्प लेकर हमारा जवान सीमा पर डटा है। हम सब पराक्रमी भारत के नागरिक हैं, इसलिए हम सबको भी देश की समृद्धि और सम्मान के लिए दिन रात एक करना होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सेना के सामर्थ्य पर हमें भरोसा है। इसलिए बहुत अधिक आवश्यक है कि कुछ भी ऐसा न हो जिससे उनके मनोबल पर आंच आए या हमारे दुश्मनों को हम पर उंगली उठाने का मौका मिल जाए।

उन्होंने कहा कि भारत को अस्थिर करने के लिए आतंकी हमले के साथ-साथ दुश्मनों का एक मकसद ये भी होता है कि हमारी प्रगति रुक जाए, हमारी गति रुक जाए, हमारा देश थम जाए उनके इस मकसद के सामने हर भारतीय को दीवार बन कर खड़ा होना है।

प्रधानमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं के सवालों का उत्तर देते हुए कहा कि 2014 का आम चुनाव लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने का था और पिछले पांच साल के दौरान इन्हें पूरा किया गया जबकि 2019 का चुनाव जन-जन की आकांक्षाओं को पूरा करने पर जनमत संग्रह होगा। यह तेजी से उन्नति की उड़ान भरने का चुनाव होगा जिससे देश वि की पांच अर्थ व्यवस्थाओं में शामिल हो।

उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 के पहले ऐसी सरकार थी जो भ्रष्टाचार में डूबी थी और पालिसी पैरालिसिस का शिकार थी। लोग महंगाई से परेशान थे। भाजपा ने भ्रष्टाचार मुक्त सरकार दी जिसने महंगाई को दो से तीन प्रतिशत पर नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त की है।  

मोदी ने वाजपेयी सरकार के कामकाज की चर्चा करते हुए कहा कि इस सरकार के जाने के बाद विकास कार्य थम गया था और देश पीछे चला गया था। सुरक्षा ढांचा कमजोर हो गया था, राफेल विमान सौदा रुक गया था और आधारभूत सुविधाओं का विस्तार लटक गया था।

प्रधानमंत्री ने देश की राजनीतिक स्थिति की चर्चा करते हुए कहा कि यहां दो तरह की राजनीतिक संस्कृति है। भाजपा की संस्कृति लोकतांत्रिक है जबकि कांग्रेस और कुछ अन्य दलों की वंशवाद की है। भाजपा में कार्यकर्ताओं की भूमिका विशिष्ट है और वे नम्रता, सादगी, सरलता और सहजता के प्रतीक हैं। पार्टी में कार्यकर्ता सब कुछ तय करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे जैसा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री बनता है। एक व्यक्ति, एक परिवार क्या चाहता है इसका महत्व नहीं है। भाजपा के डीएनए में लोकतंत्र है। भाजपा में जाति और परिवारवाद के लिए दरवाजे बंद हैं।’’

उन्होंने कहा कि भाजपा के दो प्रधानमंत्री हुए हैं जो किसी बड़े परिवार से नहीं रहे हैं। मेहनत और लगन तथा पार्टी के सहयोग से वे प्रधानमंत्री बने हैं।

मोदी ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि उनकी सरकार ने पूरे देश के लिए काम किया है और उन्हें विश्वास है कि उनकी पार्टी को दक्षिण भारत में भी पूरी सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि मीडिया का एक वर्ग यह फैलाता है कि दक्षिण भारत के राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं है।

उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत में भी विकास की चाहत है और विकास की आकांक्षा रखने वालों के लिए भाजपा एक मात्र विकल्प है। 1984 के चुनाव में भाजपा के केवल दो सांसद चुने गये थे उनमें से एक आन्ध्र प्रदेश से था।

उन्होंने कहा कि कर्नाटक में अवसरवादी गठबंधन की सरकार से लोग परेशान हो गये हैं। वहां गठबंधन में लड़ाई हो रही है और किसान परेशान हो रहे हैं। वहां के लोग 2008 की भाजपा की राज्य सरकार के कार्यकाल को याद कर रहे हैं। उन्होंने तमिलनाडु में व्यापक सफलता मिलने का दावा करते हुए कहा कि केरल के शिक्षित युवाओें के लिए भाजपा ही विकल्प है। उन्होंने कहा कि आन्ध्र प्रदेश में कांग्रेस और तेलगू देशम पार्टी को लेकर लोगों में गुस्सा है। एक पार्टी ने राज्य का विभाजन किया था जबकि दूसरी अपने वंश के विकास में लगी है। 

मोदी ने विपक्ष के महागठबंधन को महामिलावट बताते हुए कहा कि यह तेल और पानी के मिलाने जैसा है जिसमें तेल और पानी किसी काम का नहीं होता है। कांग्रेस अपना अस्तित्व बचाने के लिए छोटे छोटे दलों के कंधों पर सवार होकर नयी जिन्दगी ढूंढ रही है। यह कोशिश कांग्रेस को जीवित रखने के लिए है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 1998-99 के पंचवटी सम्मेलन में एक प्रस्ताव पारित किया गया था जिसमें उसका घमंड झलकता है। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव में कहा गया था कि हमें किसी पार्टी के सहयोग की जरूरत नहीं है वह अकेले ठीक है।

उन्होंने कहा कि महामिलावट ऐसे लोगों का है जो कभी एक दूसरे से आंख नहीं मिलाते थे। सबको पता है कि समाजवादी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती और वामपंथियों ने तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी के साथ कैसा व्यवहार किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जनता दल (एस) के वरिष्ठ नेता एच डी देवगौड़ा को अपमानित किया था और सवाल किया कि शरद पवार कांग्रेस छोड़कर क्यों गये थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी मौके के इंतजार में हैं। देश की जनता मूर्ख नहीं है। मिलावट सेहत के लिए खतरनाक है और महामिलावट देश को आईसीयू में ले जायेगा।

उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन अवसरवादी, वंशवादी और भ्रष्टाचार में शामिल लोगों का समूह है जिससे देश मजबूत नहीं होगा और स्थिरता नहीं होने से देश का विकास नहीं होगा।

वार्ता
नयी दिल्ली


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