अमानतुल्ला का आप से निलंबन रद्द, भड़के कुमार विश्वास

Last Updated 31 Oct 2017 06:44:08 AM IST

आम आदमी पार्टी ने ओखला से पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान का निलंबन रद्द कर दिया है. अमानतुल्ला खान का निलंबन वापस लिए जाने के बाद कुमार विश्वास भड़क गए हैं.


आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास व ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान (फाइल फोटो)

अमानतुल्ला ने कुछ महीने पूर्व कुमार विश्वास को भाजपा का एजेंट कहकर पार्टी में तूफान खड़ा कर दिया था. कुमार की नाराजगी को देखते हुए पार्टी ने अमानतुल्ला को निलंबित किया था.
पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास पर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के लिए काम करने का आरोप लगाने पर पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति ने खान को तीन मई को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था.

इस बीच करावल नगर से पार्टी के निलंबित विधायक कपिल मिश्रा ने सोमवार को कई ट्वीट कर अमानतुल्ला खान के निलंबन को रद्द किए जाने को लेकर निशाना साधा. मिश्रा ने ट्वीट में लिखा - केजरीवाल के बारे में सच बोलो तो सजा, कुमार के बारे में झूठ बोलो तो मजा. क्या अमानत पर बनी 3 सदस्यीय समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी.

एक अन्य ट्वीट में पूर्व मंत्री ने लिखा आप के पास अमानतुल्ला से ज्यादा तेज तर्रार मुस्लिम चेहरा है नहीं. बिना मुस्लिम वोट पार्टी कहीं और तो छोड़िए दिल्ली भी नहीं जीत सकती. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा 66 विधायक जीतने के लिए किसी जाति या धर्म के चेहरे नहीं चाहिए थे. अमानतुल्ला उन लोगों में से हैं, जो अफजल गुरु और बुरहान वानी को हीरो मानते हैं. दिल्ली के मुसलमान ऐसे लोगों को पसंद नहीं करते.

वापसी पर भड़के कुमार विश्वास

आप के ओखला से विधायक अमानतुल्ला खान का निलंबन वापस लिए जाने के बाद कुमार विश्वास भड़क गए हैं. उन्होंने कहा है कि अमानतुल्ला सिर्फ एक मुखौटा है, मैं नीम की तरह कड़वी दवा हूं, मैंने तो बैक टू बेसिक का नारा दिया था, लेकिन कुछ लोगों को पसंद नहीं आया है. दो नवम्बर को जो बैठक है उसके वक्ताओं में भी मेरा नाम नहीं है. गौरतलब है कि कुमार विश्वास पर आरएसएस का एजेंट होने का आरोप लगाने के बाद पार्टी ने फौरी तौर पर अमानतुल्ला को भले ही निलंबित कर दिया था लेकिन कुछ ही दिन बाद अमानतुल्ला को कई कमेटियों में अहम पद दिया गया.

विश्वास ने कहा कि राजनीतिक साइड लाइन की परंपरा पुरानी है, पहले मयंक गांधी और अंजलि दमानिया के साथ भी ऐसा ही हुआ था. मेरे लिए अमानतुल्ला या राज्यसभा मुद्दा नहीं है. कई राष्ट्रहित के मुद्दे पर मैं पार्टी में अकेला पड़ गया था. उन्होंने कहा कि मेरे दरवाजे से राज्यसभा की कई सीटें वापस गई हैं, दूसरी पार्टी से आए लोगों की वजह से हम भी बीजेपी और कांग्रेस की तरह बन रहे हैं. हमें पीछे लौटकर देखना होगा, मेरे ऊपर निजी हमलों से कुछ नहीं होगा.

विश्वास ने कहा कि केजरीवाल से बात हुई है या नहीं ये मैं नहीं बताऊंगा.

सहारा न्यूज ब्यूरो


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