बच्ची की मौत, लापरवाही का आरोप
दस महीने की बच्ची की मौत के बाद पश्चिमी दिल्ली के बसई दारापुर स्थित राज्य कर्मचारी बीमा निगम (ईएसआईसी) अस्पताल मे हंगामा बरपा.
बच्ची की मौत के बाद अस्पताल में परिजनों का हंगामा (फाइल फोटो) |
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही के साथ ही उन्हें बच्ची की स्थिति के बारे में गुमराह किया गया. वहीं डॉक्टरों का आरोप है कि परिजनों ने न सिर्फ पुरुष डॉक्टरों बल्कि महिला डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के साथ भी मारपीट की. जिसमें कई अस्पतालकर्मी घायल हो गए. इस बीच मौके पर आयी पुलिस ने बच्ची के शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
रविवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे निहाल विहार निवासी अनिल की दस महीने की जुड़वा बेटियों में से एक की तबियत खराब होने पर अस्पताल में दाखिल कराया गया था. सायं 4 बजे उसकी हालत और तेजी से खराब होने लगी. शाम करीब 7 बजे बच्ची की मौत हो गई, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हे इसकी जानकारी नहीं दी.
इसके बजाय डॉक्टर बच्ची को ईएसआईसी पैनल के दूसरे अस्पताल में रेफर करने की बात करने लगे, लेकिन रेफर करने के लिए एक घंटे बाद जब एम्बुलेंस आई तो उन्हें मृत बच्ची थमा दी गई.
वहीं डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची को एक्यूट गैस्ट्रोइंटाइटीस की शिकायत के बाद दाखिल किया गया था, मगर जांच में हिमोग्लोबीन केवल 4 मिला. इस वजह से बच्ची की हालत और बिगड़ती चली गई. इस पर रेफर करने के लिए एम्बुलेंस भी बुलायी गयी. परिजनों को इसकी पूरी जानकारी भी दी गई थी, लेकिन एम्बुलेंस के आने से पहले ही बच्ची की मौत हा गई, जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ से मारपीट की.
इस घटना के बाद डॉक्टरों ने करीब दो घंटे तक स्वास्थ्य सेवाओं का बहिष्कार किया. अस्पताल के डीएमएस डा. सुधीर कुमार के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी. आरोपियों के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत की. इसके बाद स्वास्थ्य सेवाएं बहाल कर दी गई.
उधर, आरडीए के डा. रोहित ने कहा कि मरीजों के स्वास्थ्य के मद्देनजर सेवाएं तत्काल बहाल कर दी है लेकिन हम इस मुद्दे पर सोमवार को वरिष्ठ अधिकारी से बात करेंगे.
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