प्रकाशकों के लिए फायदे का सौदा रहा विश्व पुस्तक मेला

Last Updated 15 Jan 2017 07:19:21 PM IST

विश्व पुस्तक मेले का रविवार आखिरी दिन है और इसमें भाग लेने वाले प्रकाशकों ने पिछले सालों की तुलना में किताबों की बिक्री से अच्छा लाभ हासिल किया है और इस तरह से नौ दिनी यह आयोजन कई प्रकाशकों के लिए अच्छा रहा.


(फाइल फोटो)

स्पीकिंग टाइगर के महाप्रबंधक विमल कुमार ने कहा कि नोटबंदी के बाद कई तकनीकी खामियों के बावजूद अनपेक्षित बिक्री हुई है.
   
उन्होंने कहा, \'\'नोटबंदी के चलते हमें कई दिक्कतें आईं और कई बार कार्ड मशीन ने सिग्नल की वजह से सही से काम नहीं किया. लेकिन स्पीकिंग टाइगर के लिए अनपेक्षित बिक्री के चलते उत्कृष्ट अनुभव रहा. इस साल हमारी बिक्री लगभग दोगुनी हो गयी है.\'\'
   
इस बार उक्त प्रकाशक की सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों में रस्किन बांड और नमिता गोखले द्वारा संपादित \'हिमालय : एडवेंचर्स, मेडिटेशन्स, लाइफ\' तथा जेरी पिंटो की \'र्मडरर इन माहिम\' शामिल हैं.
   
पेंग्विन इंडिया के कारोबार में इस साल पिछले साल के वि पुस्तक मेले से करीब 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
   
पेंग्विन रैंडम हाउस इंडिया के उपाध्यक्ष, उत्पाद और बिक्री, नंदन झा ने पीटीआई से कहा, \'\'कुछ साल पहले तक पुस्तक मेला फरवरी में होता था और इसे जनवरी में करने से दरअसल हमें मदद मिली है क्योंकि स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियां बढ़ने से बिक्री बढ़ती है. प्रगति मैदान में कार्निवाल जैसा माहौल है.\'\'


   
प्रकाशक के लिए \'डायरी ऑफ ए विंपी किड\', \'टिनटिन सीरीज\' जैसी बच्चों की पसंदीदा किताबें, सलमान रूश्दी की पुस्तकें और करण जौहर की आत्मकथा आधारित पुस्तक \'एन अनस्यूटेबल ब्वॉय\' और ट्विंकल खन्ना की \'मिसेज फनीबोन्स\' जैसी किताबें सर्वाधिक बिक्री वाली रहीं.
   
हार्पर कॉलिन्स, पैन मैकमिलन, ब्लूम्सबरी जैसे अन्य प्रकाशकों के लिए भी इस बार का पुस्तक मेला विशेष अनुभव वाला रहा.

भाषा


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