फेसबुक पर दोस्त बना करते थे ठगी, दो बंदी
स्पेशल सेल ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाने के बाद महिलाओं को झांसे में लेकर उनसे ठगी करता था.
फेसबुक पर दोस्त बना करते थे ठगी, दो बंदी |
पुलिस ने दावा किया कि ठग गिरोह के लोग पहले तो दोस्ती का प्रस्ताव भेजते थे, इसके बाद उनसे चैट तथा अन्य माध्यमों से बातचीत किए जाने के बाद ठगी किया करते थे. दबोचे गए आरोपियों में एक नाईजीरियन शामिल है जबकि दूसरा भारतीय है.
पुलिस उपायुक्त संजीव यादव के अनुसार गिरोह द्वारा कई महिलाओं के साथ ठगी की गई लेकिन इस बाबत प्राथमिकी कोलकाता में दर्ज हुई तब स्पेशल सेल गिरोह के पर्दाफाश में जुट गई . दबोचे गए आरोपियों की पहचान नाइजीरियन डेविड छिबुन्ना और नागालैण्ड निवासी सेनियानी उर्फ एनी के तौर पर की गई. पुलिस के मुताबिक कोलकाता निवासी पीड़ित महिला ने शिकायत में पुलिस को यह बताया कि लेविस विलियम नाम के फेसबुक अकाउंट से उसके पास दोस्ती का प्रस्ताव आया था. फेसबुक पर दोस्ती के इच्छुक व्यक्ति ने खुद को लंदन का रहने वाला बताया था लेकिन बाद में मामला फर्जी साबित हुआ. पीड़ित के अनुसार जब उसने विलियम से दोस्ती बढ़ाई तब उसने कहा वह जल्द भारत आएगा और उससे मिलेगा.
इस दौरान उसने अपनी एक परिचित महिला से कोलकाता निवासी पीड़ित महिला को फोन कराया. फोन करने वाली महिला ने खुद अपना नाम निकिता सिंह बताया और यह कहा कि विलियम के पास ज्यादा नकदी व सामान होने के कारण उसे एयरपोर्ट पर कस्टम टीम ने हिरासत में ले लिया है. कथित कस्टम एजेंट महिला ने भी पीड़ित महिला को कहा कि यह विदेशी आपसे मदद करने की अपील कर रहा है. बाद में उसने झांसे में आते हुए विलियम की रिहाई के लिए भिन्न -भिन्न बैंक में छह लाख से अधिक रुपए जमा कराए. बाद में उसे पता चला कि उसके साथ ठगी कर ली गई है, जिसके बाद उसने मामले की जानकारी पुलिस को दी.
पुलिस के अनुसार अब तक की जांच में यह पता चला है कि आरोपी फेसबुक पर अमेरिका, ब्रिटेन सहित विभिन्न देशों का नागरिक बताते हुए अलग-अलग नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बना कई महिलाओं के साथ ठगी की है. इनमें वैसी ही महिलाओं का टारगेट किया जाता था, जो कामकाजी तथा अकेली रहती हो. ऐसी महिलाओं को दोस्ती का प्रस्ताव स्वीकारते ही गिरोह के सदस्य वायस कॉल, वॉट्सएप और वाइबर जैसे माध्यम से संपर्क कर नजदीकी बढ़ाता और बाद में मिलने की बात कहकर एयरपोर्ट पर हिरासत में लिए जाने की बात कहकर ठगी किया करते थे. पुलिस ने दावा किया कि इस गिरोह के सदस्य इतने शातिर हैं कि जिस देश के नाम पर फेसबुक अकाउंट खोले जाते , उसी देश का फर्जी नंबर फेसबुक पर दिया जाता था ताकि किसी महिला को शक न हो पाए.
पुलिस के अनुसार आरोपियों के ई-मेल और उनके फोन की तकनीकी जांच के आधार पर दोनों आरोपियों को दिल्ली से धर दबोचा गया. आरोपियों के कब्जे से इंटरनेशनल सिमकार्ड, लैपटॉप सहित कई बैंक अकाउंट के डिटेल बरामद किए गए हैं. इनमें विदेशी ठग महरौली स्थित रामा अपार्टमेंट में किराए पर रहता था. वह सात महीने पहले ही टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था. वहीं सेनियानी नामक महिला आरोपी मूल तौर पर नगालैण्ड की रहने वाली है और पिछले एक साल से दिल्ली में रह रही है. पुलिस का दावा है कि महिला आरोपी की मुलाकात कुछ माह पहले विदेशी आरोपी के साथ हुई थी, जिसके बाद दोनों मिलकर ठगी का गोरखधंधा चला रहे थे.
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