कांग्रेस का किसान रथ खोलेगा मोदी सरकार की पोल
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का किसान रथ अब दिल्ली के गांव-गांव घूमकर किसानों की समस्याओं को सुनेगा और मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों की पोल खोलेगा.
कांग्रेस का किसान रथ खोलेगा मोदी सरकार की पोल. |
कांग्रेस के किसान रथ को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने रविवार को रवाना किया. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित एक समारोह के दौरान प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने केन्द्र सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए किसानों को जागरूक किए जाने पर बल दिया तथा किसान जागरूकता के लिए किसान रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया.
उन्होंने बताया यह कि रथ दिल्ली भर में 11 विधानसभा क्षेत्रों नरेला, बुराड़ी, मुंडका, बवाना, नागंलोई, छतरपुर, विकासपुरी, मटियाला, बिजवासन, महरौली, बदरपुर के गांवों में घूमेगा और रथ पर सवार कांग्रेस नेता किसानों से मिलकर उनके दुख-दर्द को सुनेंगे. रथ में क्षेत्र के पूर्व विधायक व अन्य कांग्रेस के नेता रहेंगे.
मोदी सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण बिल की खामियों को भी कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों को बताएंगे. इसके लिए एक पम्पलेट भी तैयार किया गया है. जिसे किसानों को बांटा जाएगा. इस दौरान पूर्व सांसद श्री सज्जन कुमार, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. योगानन्द शास्त्री, कांग्रेस नेत्री शर्मिष्ठा मुखर्जी, किरण वालिया, चौ. मतीन अहमद, डा. नरेन्द्र नाथ, विजय लोचव, ब्रहम यादव, सुरेश मलिक, चतर सिंह, महमूद जिया, भीष्म शर्मा, जसंवत राणा, कुंवर करण सिंह, हरी शंकर गुप्ता, नन्द किशोर, नगर निगम में विपक्ष के नेता मुकेश गोयल, श्रीमती वरयाम कौर, डा. नरेश कुमार, कमलकांत शर्मा, सुखबीर शर्मा, राकेश जोशी, राजकुमार मग्गो व जय किशन शर्मा मुख्य रुप से मौजूद थे.
सरकारी उपेक्षा से निगमों की स्थिति दयनीय
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा है कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की ओर से लगातार उपेक्षा ने तीनों नगर निगमों की आर्थिक स्थिति को कमजोर बनाया दिया है. उन्होंने कहा कि दोनों सरकारें निगम कर्मचारियों व दिल्ली की जनता को गुमराह कर रही हैं. माकन ने रविवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए निगमों की दयनीय आर्थिक हालत के लिए प्रदेश व केन्द्र सरकार को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि तीनों नगर निगमों की माली हालत बदतर हो गई है. केन्द्र व दिल्ली की सरकारें उनकी हालत की अनदेखी कर रही है.
उन्होंने कहा आज नगर निगम के पास कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा नहीं है और कर्मचारी व सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है. उन्होंने कहा किवर्ष 2012-2013 में दिल्ली की कांग्रेस की सरकार ने तीनों निगमों को 3128 करोड़ रुपए का फंड दिया था. 2014-2015 में केन्द्र की भाजपा सरकार के वित मंत्री अरुण जेटली ने नगर निगमों के फंड में 651 करोड़ की कटौती करके 2477 करोड़ रुपए कर दिया.
माकन ने कहा कांग्रेस के जमाने में भाजपा कहती थी कि कांग्रेस नगर निगमों को को पूरा पैसा नही दे रही है लेकिन खुद भाजपा के वित्त मंत्री जेटली ने कांग्रेस शासन के वक्त दिया जा रहे फंड में 651 करोड़ रुपए की कटौती करके दिल्ली वालों के साथ धोखा किया है और आज की आम आदमी पार्टी की सरकार ने वोट ऑफ अकाउन्ट में 62 करोड़ रुपए की कटौती करके निगम का बजट 2415 करोड़ रुपए तक ही सीमित कर दिया है.
माकन ने कहा आज दैनिक भत्ते वाले कर्मचारी व सफाई कर्मचारियों को नगर निगम के पास वेतन देने के पैसे नही है. दैनिक भत्ते पर काम करने वाले कर्मचारियों को नगर निगम पक्का करने से तो गई उन्हें वेतन भी नही दिया जा रहा. तीनों नगर निगमों में सड़कों की मरम्मत बारिश से पहले, नालों की सफाई, नालों को कवर करना आदि के फंड में कटौती कर दी गई है.
नार्थ दिल्ली नगर निगम में नालों की सफाई के लिए 35 करोड़ से घटाकर एक करोड़ कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली को कांग्रेस ने संवारा है, बनाया है हम किसी भी सूरत में दिल्ली के विकास को रुकने नहीं देंगे.
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