सिकल सेल एनीमिया से अपने आदिवासियों और देश को मुक्ति दिलाएंगे : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक पोर्टल का अनावरण कर राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 (National Mission to Eradicate Sickle Cell Anemia 2047) की शुरुआत की और इस रोग के प्रबंधन के लिए दिशा निर्देश एवं इसकी निगरानी के लिए विभिन्न मॉड्यूल भी जारी किए।
![]() प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
मोदी ने इस मौके पर कहा, ‘पूरी दुनिया में ‘सिकल सेल एनीमिया’ के जितने मामले होते हैं, उनमें से आधे अकेले हमारे देश में होते हैं। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पिछले 70 वर्षों में कभी इसकी चिंता नहीं हुई। इससे निपटने के लिए कोई ठोस प्लान नहीं बनाया गया।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सिकल सेल एनीमिया (National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission) से मुक्ति का ये अभियान अमृत काल का प्रमुख मिशन बनेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा यानी 2047 तक हम सब मिलकर एक मिशन मोड में अभियान चलाकर इस सिकल सेल एनीमिया से अपने आदिवासियों और देश को मुक्ति दिलाएंगे।’
उन्होंने कहा, ‘आदिवासी समाज की इस सबसे बड़ी चुनौती को हल करने का बीड़ा अब हमारी सरकार ने उठाया है। आदिवासी समाज हमारे लिये सिर्फ एक सरकारी आंकड़ा नहीं है, ये हमारे लिए संवेदनशीलता का विषय है, भावनात्मक विषय है।’
मोदी ने कहा, ‘आज शहडोल की इस धरती पर देश आदिवासियों को सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति का बड़ा संकल्प ले रहा है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह बीमारी परिवारों को बिखेर देती है। यह बीमारी न पानी से होती है, न हवा से और न भोजन से फैलती है। यह आनुवंशिक बीमारी है, यानी माता-पिता से ही बच्चे में आती है।’
राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की घोषणा केंद्रीय बजट 2023 में की गई थी। इसका उद्देश्य विशेष रूप से आदिवासी आबादी के बीच सिकल सेल रोग से उत्पन्न गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करना है।
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