मध्य प्रदेश: दलित किसान परिवार की पिटाई ने सियासी माहौल गर्माया

Last Updated 16 Jul 2020 12:45:50 PM IST

मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक दलित परिवार के सदस्यों की पिटाई के मामले ने राज्य की सियासत को गर्मा दिया है। कांग्रेस हमलावर हो गई और राज्य में शिवराज सरकार के वापसी पर दलित और गरीबों पर अत्याचार होने के आरोप लगा रही है, वहीं सरकार ने ग्वालियर क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, गुना के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हटा दिया है।


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल फोटो)

गुना के कैंट इलाके में एक महाविद्यालय की जमीन पर कब्जा कर खेती किए जाने को लेकर प्रशासन और पुलिस ने दलित परिवार पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की थी। इसी दौरान दलित दंपत्ति ने कीटनाशक पी लिया था। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसके सहारे कांग्रेस ने भाजपा की प्रदेश सरकार को घेरा। मामला सियासी रंग लेने लगा और कांग्रेस ने जमकर हमला बोला। सरकार भी हरकत में आई और प्रशासनिक अमले पर कार्रवाई भी की और जांच के आदेश दिए।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना उस इलाके से आती है जहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया सांसद रहे हैं और आगामी समय में ग्वालियर-चंबल संभाग में 16 स्थानों पर विधानसभा के उपचुनाव भी होने वाले हैं। इन स्थितियों में कांग्रेस को बैठे-बैठाए एक मुद्दा मिल गया है और कांग्रेस इसे पूरे जोरशोर से उठाने में चूकेगी भी नहीं।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दलित परिवार के साथ हुई ज्यादती पर सवाल उठाते हुए कहा कि 'क्या ऐसी हिम्मत इन क्षेत्रों में तथाकथित जनसेवकों और रसूखदारों द्वारा कब्जा की गयी हजारों एकड़ शासकीय भूमि को छुड़ाने के लिये भी शिवराज सरकार दिखायेगी? ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। इसके दोषियों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई हो, अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।'

साथ ही उन्होंने कांग्रेस के ट्वीट को रीट्वीट भी किया है, जिसमें कहा गया है, कांग्रेस पार्टी ने हमेशा ही गरीबों और किसानों की लड़ाई में उनका साथ दिया है। शिवराज सरकार के इस अमानवीय कृत्य ने बीजेपी की तानाशाही को बेनकाब किया है। ये लड़ाई शिवराज सरकार के अंत का आरंभ है।

वहीं भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा गुना एसपी और कलेक्टर को हटा दिया गया है और घटना की जांच की जा रही है। मुझे विश्वास है कि इस जघन्य कृत्य के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि मध्य प्रदेश में कानून का राज है, जो लापरवाही करेगा, उसे नाप दिया जाएगा। गुना में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी मिलते ही हमने त्वरित कार्रवाई की। ये राहुल गांधी की कांग्रेस की सरकार नहीं है, जहां अधिकारी प्रीपेड व्यवस्था से पोस्ट होते थे। यहां तो तत्काल कार्रवाई होती है। घटना की जानकारी आते ही आईजी, कलेक्टर व एसपी हटा दिए गए हैं।

कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व केंदीय मंत्री अरुण यादव का कहना है कि जिस प्रदेश में बड़े-बड़े अपराधी खुलेआम घूमते हैं, वहां पर निहत्थे दलित किसानों पर पुलिस बेरहमी से लाठीचार्ज कर रही है। इन मासूमों की चीत्कार शिवराज सरकार को ले डूबेगी।

आईएएनएस
भोपाल


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