MP: BJP ने नए चेहरों पर खेला दांव, कई विधायकों का टिकट कटा

Last Updated 02 Nov 2018 04:00:11 PM IST

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से आज जारी हुई प्रत्याशियों की पहली सूची में कई महिला विधायकों समेत करीब तीन दर्जन विधायकों के टिकट काट कर नए चेहरे उतारे गए हैं।


जिनके टिकट काटे गए हैं, उनमें सबसे अहम नाम मंत्री माया सिंह का है। उनके स्थान पर ग्वालियर पूर्व से पार्टी ने सतीश सिकरवार को प्रत्याशी बनाया है। वहीं मंत्री गौरीशंकर शेजवार की जगह उनके बेटे मुदित शेजवार और हर्ष सिंह की जगह उनके बेटे विक्रम सिंह पर दांव खेला गया है।

पार्टी ने आज 177 प्रत्याशियों की सूची जारी की है। हालांकि जिन सीटों पर घमासान मचा हुआ था, ऐसी बहुत सी सीटों के दावेदारों को अभी और इंतजार करना होगा। इनमें भोपाल उत्तर, गोविंदपुरा, इंदौर की महू समेत आठों सीटें, पन्ना, होशंगाबाद की सिवनी-मालवा, ग्वालियर की भितरवार, विदिशा की शमशाबाद और गंजबासौदा और जबलपुर उत्तर प्रमुख हैं।

भोपाल की गोविंदपुरा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और उनकी बहू कृष्णा गौर दोनों ही दावेदारी कर रहे हैं। इंदौर की महू सीट से पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय विधायक हैं। खबरों के मुताबिक अब वे अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय के लिए टिकट चाह रहे हैं। पन्ना से मौजूदा विधायक प्रदेश की मंत्री कुसुम मेहदेले और सिवनी-मालवा से विधायक सरताज सिंह की दावेदारी पर भी अभी संशय बना हुआ है। वहीं विदिशा के शमशाबाद से विधायक प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। गंजबासौदा और भितरवार अभी कांग्रेस के खाते में हैं।

भाजपा की पहली सूची में कई मौजूदा महिला विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं। इनमें सुरखी से पारुल साहू, पृथ्वीपुर से अनिता नायक, मलहरा से रेखा यादव, हटा से उमादेवी खटीक, सैलाना से संगीता चारेल और जयसिंह नगर से प्रमिला सिंह का नाम शामिल है।

कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के क्षेत्र छिंदवाड़ा में भाजपा ने लगभग सभी सीटों पर अपने पुराने चेहरों को ही मौका दिया है। जिले की एकमात्र सीट जुन्नारदेव पर इस बार चेहरा बदला गया है।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के क्षेत्र विदिशा में कल्याण सिंह ठाकुर के स्थान पर मुकेश टंडन को मौका दिया गया है। वर्तमान में जिला अध्यक्ष और नगर पालिका अध्यक्ष टंडन मुख्यमंत्री चौहान के काफी करीबी माने जाते हैं।

किसान आंदोलन से प्रभावित रहे प्रदेश के रतलाम और नीमच में भी कई स्थानों पर पार्टी ने अपने चेहरे बदले हैं। रतलाम ग्रामीण और सैलाना के अलावा नीमच के मनासा से मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं। किसान आंदोलन के गढ़ रहे मंदसौर की दो सीटों पर पार्टी ने पुराने चेहरों पर ही दांव खेला है। वहीं गोलीबारी का सामना कर चुके पिपल्यामंडी के विधानसभा क्षेत्र गरोठ पर पार्टी ने अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है।

वार्ता
भोपाल


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