उमा भारती ने महाकाल पर जल चढ़ाने से रोकने पर दिया धरना
महाशिवरात्रि के मौके पर द्वादश ज्योतिर्लिगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर के दर्शन करने पहुंची केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती को प्रशासन ने गर्भगृह में जल चढ़ाने से रोक दिया.
मंदिर में धरने पर बैठीं उमा भारती |
वह नाराज होकर नंदी हॉल के बाहर धरने पर बैठ गईं. महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, जिन्हें नियंत्रिति करने में स्थानीय प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी. केंद्रीय मंत्री के अचानक पहुंचने से भीड़ बढ़ जाने की आशंका जताते हुए उमा को गर्भगृह में प्रवेश करने से रोक दिया गया.
उमा भारती शुक्रवार को महाकाल के दरबार में पहुंचीं, और गर्भगृह में जाकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने की इच्छा जताई, लेकिन वहां तैनात कर्मचारियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया. इस पर वह भड़क उठीं और नंदी हॉल के बाहर धरने पर बैठ गईं. वह लगभग एक घंटा धरने पर बैठी रहीं. बाद में प्रशासन के प्रतिनिधियों ने जल चढ़ाने का मौका देकर उन्हें मना लिया.
साध्वी उमा ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, 'यह दिन हम लोगों का होता है, हम लोग ही बाबा को जल चढ़ाते हैं, यहां के प्रशासन ने मुझे रोककर नासमझी का परिचय दिया है, साधु-संतों को जल चढ़ाने से रोका है.'
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'गर्भगृह में किसको जल चढ़ाना है, यह तय करने का अधिकार पुलिस और प्रशासन का बिल्कुल नहीं है, भीड़ को नियंत्रित करने का काम पुलिस और प्रशासन का है. वे अपने काम में नाकाम हैं तो इसमें मेरी क्या गलती है.'
| Tweet |