CM नीतीश से मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर बोले- बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है

Last Updated 15 Sep 2022 03:26:43 PM IST

बिहार की राजनीति में एक बार फिर से हलचल शुरू हो गई, जब चुनावी रणनीतिकार पीके यानि प्रशांत किशोर की मुलाकात नीतीश कुमार से सीएम आवास में हुई।


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलाकात को लेकर अभी चर्चा चल ही रही थी कि गुरुवार को किशोर ने दिनकर की एक कविता की दो पंक्तियां लिखकर यह संकेत दे दिए की उनका जदयू के पास जाना आसान नहीं है। प्रशांत किशोर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से गुरुवार को दिनकर की कविता की दो पंक्ति लिखी,

'तेरी सहायता से जय तो मैं अनायास पा जाऊंगा,
आने वाली मानवता को, लेकिन, क्या मुख दिखलाऊंगा? - दिनकर।



प्रशांत किशोर के ट्वीट को नीतीश कुमार के साथ पुनर्मिलन की अटकलों के खंडन के रूप में देखा जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि किशोर को 2018 में जद (यू) में शामिल किया गया था और हफ्तों के भीतर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर पदोन्नत किया गया था। हालांकि बाद में नीतीश के साथ उनका मनमुटाव हो गया और वे अलग हो गए।

फिलहाल, प्रशांत किशोर बिहार में जन सुराज यात्रा पर हैं और वे बिहार के मुख्यमंत्री पर लगातार निशाना साध रहे हैं।

इस बीच, मंगलवार की रात प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। इसके बाद दोनों के बाद पुनर्मिलन की चर्चा शुरू हो गई।

प्रशांत किशोर ने कहा- 'जन सुराज अभियान पर कायम', कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है

इस मुलाकात के बाद बुधवार को जब नीतीश कुमार से संवाददाताओं ने पूछा तो उन्होंने कहा कि यह एक सामान्य बैठक थी। इसमें बहुत कुछ नहीं था। उन्हें पवन वर्मा द्वारा लाया गया था जो कुछ दिन पहले भी मुझसे मिले थे।

उन्होंने गुरुवार को स्पष्ट किया कि जन सुराज अभियान के तहत बिहार में 2 अक्टूबर से पदयात्रा होगी।

प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 2 दिन पहले 13 सितंबर को नीतीश कुमार से मुख्यमंत्री आवास पर उनकी मुलाकात हुई थी और ये सामाजिक और राजनीतिक तौर पर एक शिष्टाचार मुलाकात थी।

प्रशांत किशोर ने कहा, नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं, मैं मई से बिहार में काम कर रहा हूं। तब से कई बार मिलने की बात हुई लेकिन नहीं मिल पाए थे। इसलिए शिष्टाचार के नाते उनसे मुलाकात हुई है।

जन सुराज अभियान के भविष्य और नीतीश कुमार के साथ जाने पर प्रशांत किशोर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जन सुराज अभियान और बिहार की बदहाली पर उनके स्टैंड में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर से प्रस्तावित पदयात्रा के माध्यम से वे लगभग एक साल तक बिहार के अलग-अलग गांव और प्रखंडों में जाएंगे और लोगों से मिल कर समाज के बीच से सही लोगों को आगे लाएंगे, जो बिहार की बेहतरी के लिए काम कर सकें।

उन्होंने कहा कि जो रास्ता उन्होंने खुद के लिए तय किया है वो उस रास्ते पर कायम हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ बिहार में जमीन पर अपने 4-5 महीने के अनुभव को साझा किया और बताया कि कैसे शराबबंदी जमीन पर प्रभावी नहीं है।

बेगूसराय की घटना पर किशोर ने कहा कि ऐसी घटनाओं से जमीन पर लोगों की जो आशंकाएं हैं, उसको बल मिलता है। कानून व्यवस्था को लेकर लोगों के मन में जो डर है वो सही साबित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि बिहार में प्रशासन का एक बड़ा हिस्सा शराबबंदी में लगा हुआ है, इसलिए सामान्य प्रशासनिक व्यवस्था पर इसका असर पड़ रहा है और शराबबंदी लागू होने के बाद पिछले कुछ सालों में बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है।

उन्होंने साफ तौर पर इसके लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि इस सरकार के मुखिया और गृहमंत्री नीतीश कुमार हैं इसलिए ये उनकी जिम्मेदारी है।
 

आईएएनएस
पटना


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