बिहार: नड्डा ने 'आत्मनिर्भर बिहार' के नारों के बीच डिजीटल रथों को किया रवाना
बिहार में इस साल होने वाले चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब जोरशोर से जुट गई है। इसी कड़ी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शनिवार को आत्मनिर्भर बिहार अभियान की शुरूआत की।
![]() भाजपा अध्यक्ष ज़े पी़ नड्डा |
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष ज़े पी़ नड्डा ने शनिवार को कहा कि आत्मनिर्भर बिहार अभियान ना केवल यहां के लोगों को रोजगार देगा, बल्कि इससे यहां के लोगों का स्वभिमान भी बढ़ेगा।
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि "आप आत्मनिर्भर बिहार के दूत बनें।" उन्होंने कहा कि बिहार के लोग बाहर जाकर देश की तस्वीर बदल सकते हैं तो वे बिहार की तस्वीर कैसे नहीं बदल सकते।
नड्डा शनिवार को यहां 'आत्मनिर्भर बिहार अभियान' का शुभारंभ करते हुए कहा कि बिहार बदल रहा है, इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए। इसे बिहार आने वाले लोग महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार राजग सरकार के नेतृत्व में बदला है तो 2014 के बाद भारतीय राजनीतिक संस्कृति में भी बदलाव आया है।
उन्होंने कहा, "पहले का नेतृत्व जहां 'हम देखेंगे', 'हम सोचेंगे', 'हम करेंगे' की बात करता था जबकि आज का नेतृत्व 'हम कर सकते हैं' और 'हम करके दिखाएंगे' की बात करते हैं।"
उन्होंने पिछली सरकारों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछली सरकारों को किसी ने आठ करोड़ महिलाओं को गैस का चूल्हा देने से मना किया था क्या? किसी ने सभी घरों में बिजली पहुंचाने के लिए भी उन्हें मना नहीं किया था। लेकिन यह काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा किया।
उन्होंने कहा कि आज उज्जवला योजना से ना केवल घरों में लकड़ी के चूल्हे जलने बंद हो गए, बल्कि टीबी के मरीजों की संख्या में भी कमी आ गई है।
नड्डा ने कोरोना काल में भी केंद्र सरकार द्वारा किए गए कार्यो का जिक्र करते हुए कहा कि आपदा को भी अवसर में बदला गया है। उन्होंने आत्मनिर्भर पैकेज की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार ने स्कीम शुरू की है, अब हम सभी की जिम्मेदारी है कि वह लोगों तक पहुंचे।
उन्होंने बिहार के मखाना और लीची की चर्चा करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर बिहार बनाने के लिए इससे अधिक लोगों को जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके उत्पाादन और अनुसंधान के लिए काम होने चाहिए।
भाजपा प्रमुख ने कहा, "आत्मनिर्भर बिहार अभियान ना केवल यहां के लोगों को रोजगार देगा, बल्कि यहां के लोगों का स्वाभिमान भी बढ़ाएगा। बिहार के लोग बाहर जाकर देश की तस्वीर बदल सकते हैं तो वे बिहार की तस्वीर कैसे नहीं बदल सकते।"
उन्होंने कहा, "बिहार को आज समझने की जरूरत है। बिहार में नेतृत्व करने की क्षमता है, बिहार उद्यमी है और बढ़ने वाला है। बिहार नई सोच के साथ आगे बढ़ने वाला है।"
'आत्मनिर्भर बिहार अभियान' का शुभारंभ करने के बाद प्रदेश कार्यालय से दर्जनों 'आत्मनिर्भर बिहार रथ' को भी रवाना किया। इन सभी रथों में एक बड़ा एलईडी लगा है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार के किए गये जनहित के कामों को दिखाया गया है। साथ ही इस रथ में एक फॉर्म भी रखा गया है, जिसमें बिहार की जनता, बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए और क्या कुछ किया जा सकता है, फॉर्म के जरिए अपने विचार को सीधे पहुंचा सकते हैं।
इसके अलावा रथ के साथ मौजूद रहने वाले कार्यकर्ता से किसी भी सरकारी स्कीम के लाभ की जानकारी लेने के साथ, उसका लाभ उठाने की मदद भी ले सकते हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने बताया कि लोगों से मिलने वाले सुझाव के आधार पर ही बिहार का घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त अभियान के तहत विभिन्न वर्गो के साथ पार्टी के प्रमुख नेता डिजिटल संवाद, टाउनहॉल, रथ सभा और जनसभा कार्यक्रम से भी संवाद स्थापित करेंगे। आत्मनिर्भर बिहार के निर्माण के लिए प्रत्येक वर्ग की आकांक्षाओं को एकत्रित किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी अभियान के दौरान सभी माध्यमों से प्राप्त हुए सुझावों को संग्रहित कर 'आत्मनिर्भर बिहार संकल्प-पत्र' बनाया जाएगा, जिसको भाजपा रोडमैप की तरह उपयोग करके, जनता के समर्थन और योगदान से अगले पांच सालों में बिहार को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाएगी।
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