बिहार में 30 लाख के पुराने नोट बरामद, बिल्डर सहित पांच गिरफ्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश से कालेधन का सफाया करने के लिए 500 और 1000 रुपये के नोटों के चलन पर रोक लगाने के छह महीने बाद बिहार में राजधानी पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र से गुरुवार को पुलिस ने 30 लाख रुपये के पुराने नोटों के साथ बिल्डर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
वरीष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज (फाइल फोटो) |
वरीष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने पटना में बताया कि सूचना मिली थी कि नोटबंदी के बावजूद बड़ी संख्या में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को दबाये बैठे कुछ बड़े बिल्डर दलालों के माध्यम से इन पुराने नोटों को नये नोटों में तब्दील कराना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुये पुलिस टीम का गठन कर दलालों की गतिविधियों पर नजर रखी जाने लगी.
श्री महाराज ने बताया कि इस क्रम में पता चला कि भू-माफिया अशोक कुमार सिंह एवं प्रतिष्ठित बिल्डर विनोद कुमार विास अपने अपार्टमेंट में कुछ दलालों के माध्यम से बड़ी संख्या में पुराने नोटों को कमीशन पर नये नोटों में तब्दील करने की फिराक में हैं. इस सूचना पर टीम के सदस्य सादे लिबास में अगमकुआं थाना क्षेा के गणोश टावर अपार्टमेंट पहुंच गये. जैसे ही दलाल एवं अशोक कुमार वहां पहुंचे टीम ने उन्हें और तीन अन्य को 500 और 1000 रुपये के करीब 30 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया. तलाशी के दौरान उनके पास से विभिन्न बैंकों के 13 एटीएम भी बरामद किये गये.
वरीष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस छापेमारी में अशोक कुमार सिंह, विनोद कुमार विास के साथ ही तीन दलाल शंकर सिंह, सुबोध कुमार और श्रवण तिवारी को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में विनोद ने बताया कि उसके पटना के अलावा झारखंड में भी कई अपार्टमेंट हैं. उसके सभी बैंक खातों की जांच की जा रही है. उसने कई और नामों का भी खुलासा किया है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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