शरीर के साथ त्वचा का भी रखें ख्याल
Last Updated 28 Jan 2010 11:24:13 AM IST
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शरीर का जिस तरह से अंदर से स्वस्थ होना जरूरी है, उसी तरह बाहर से शरीर की त्वचा का खिलखिलाना भी जरूरी है। त्वचा शरीर की रक्षा करती है। हमारी त्वचा शरीर को बाहरी धूल-मिट्टी से बचाती है। लेकिन अगर त्वचा का ही ख्याल न रखा जाए तो त्वचा संबंधी कई बीमारियां हो सकती हैं। कई बार त्वचा के साथ लापरवाही उसे भयानक रूप दे देती है। त्वचा से जुड़ी ऐसी ही एक बीमारी है एग्जिमा। एग्जिमा बैक्टीरियल इंफेक्शन से होने वाली बीमारी है और यह उन लोगों को अपना ज्यादा शिकार बनाती है, जिन्हें किसी रसायन से एलर्जी है या फिर पीढ़ी दर पीढ़ी परिवार में यह समस्या चली आ रही हो।
एग्जिमा एक आम बीमारी है। किसी भी तरह का बैक्टीरियल इंफेक्शन या प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना, एग्जिमा में तब्दील हो सकता है। एग्जिमा फैलाने वाले बैक्टीरिया शरीर के अंदर या बाहर हो सकते हैं। बाहरी कारणों में विशेषकर रसायन होते हैं, जो शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। कुछ लोगों को एग्जिमा की शिकायत कुछ खास तत्वों के त्वचा के संपर्क में आने से हो सकती है जैसे साबुन, कॉस्मेटिक, खास कपड़े, डिटर्जेंट, गहने और पसीना। मौसम में बदलाव भी एग्जिमा का एक कारण हो सकता है।
एग्जिमा की शुरुआत में चमड़ी पर छोटे-छोटे दाने निकल जाते हैं। हाथ लगाने पर यह दाने पानी से भरे दिखते हैं। ज्यादातर लोगों को एग्जिमा होने पर खुजली महसूस होती है। त्वचा खुश्क हो जाती है, त्वचा का रंग लाल हो जाता है। एग्जिमा शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है, जबकि बच्चों और युवाओं में यह बीमारी अक्सर चेहरे, गले, कोहनियों, घुटनों और एड़ियों में होती है।
नवजात बच्चे भी एग्जिमा के शिकार हो सकते हैं, उन्हें यह बीमारी माथे, गाल, पांव, सिर के बीचोबीच और गले पर हो सकती है।
एग्जिमा से बचने के लिए मॉस्चराइजर्स, सूजन और जलन से बचने वाली क्रीमों का सही इस्तेमाल करें, एग्जिमा पैरों में कई बार धीरे-धीरे फैलता है। इसे रोकने के लिए साफ मोजे पहनकर रहें, त्वचा पर सही साबुन का इस्तेमाल करें, खुजली मिटाने के लिए क्लीनर का इस्तेमाल करें। इसके अलवा त्वचा रोग विशेष से संपर्क करें।
एग्जिमा को एक जानलेवा बीमारी तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन मरीज के ज्यादा खुजलाने से कई बार घाव बन जाते हैं, जो कई बार मरीज के लिए परेशानी का सबब बन जाते हैं। कई बार खुजली करने से एग्जिमा शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक फैल भी सकती है। इसलिए एग्जिमा की शिकायत होने पर इसका तुरंत इलाज करवाना जरूरी होता है।
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