पंजाब चुनाव: वीवीपीएटी में गड़बड़ी के कारण 48 मतदान केन्द्रों पर नौ फरवरी को होगा पुन:मतदान
चुनाव आयोग ने पंजाब में चार फरवरी को हुये विधानसभा चुनाव में मतदान में मशीनों के ठीक से काम नहीं करने पर 48 मतदान केन्द्रों पर पुन: मतदान कराने का निर्देश दिया.
फाइल फोटो |
चुनाव आयोग ने पंजाब में चार फरवरी को हुये विधानसभा चुनाव में मतदान की पुष्टि करने वाली वोटर वेरिफाइड ऑडिट पेपर ट्रेल (वीवीपीएटी) मशीनों के ठीक से काम नहीं करने पर मजीठा, मुक्तसर और संगरूर निर्वाचन क्षेत्रों के तहत आने वाले 48 मतदान केन्द्रों पर पुन: मतदान कराने का मंगलवार को निर्देश दिया.
इन मतदान केन्द्रों पर नौ फरवरी को फिर से मतदान होगा.
इसके अलावा मोगा और सरदुलगढ़ में मतदान केन्द्रों पर भी पुन:मतदान होगा, जहां मतदान के अभ्यास के दौरान डाले गये मत भी ईवीएम में जुड़ गये.
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी के सिंह ने आज यहां कहा, ‘‘मतदान के दिन वीवीपीएटी में गड़बड़ी के कारण 48 मतदान केन्द्रों पर पुन: मतदान होगा.’’ उन्होंने बताया कि मजीठा, मुक्तसर और संगरूर निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केन्द्रों पर फिर से मतदान होगा.
वीके सिंह ने आगे कहा कि मोगा और सरदुलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भी मतदान केन्द्रों पर पुन:मतदान होगा.
अधिकारी ने बताया कि मजीठा (12), मुक्तसर (9), संगरूर (6), मोगा (1) और सरदुलगढ़ (4) समेत अमृतसर लोकसभा उपचुनाव के 16 मतदान केन्द्रों समेत 32 मतदान केन्द्रों पर फिर से मतदान कराये जाने के आदेश दिये गये हैं.
चुनाव आयोग ने पंजाब में 33 विधानसभा सीटों पर 6,668 मतदान केन्द्रों पर पहली बार वीवीपीएटी का इस्तेमाल किया था.
परीक्षण के दौरान 538 वीवीपीएटी मशीनें बदली गईं जबकि मतदान के दौरान 187 वीवीपीएटी मशीनों को बदला गया. इसके कारण मजीठा में 25 मतदान केन्द्रों और संगरूर तथा मुक्तसर में दस-दस मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रभावित हुआ.
चुनाव आयोग ने वीवीपीएटी मशीनों में तकनीकी खामी के कारण मतदान में हुई देरी के बारे में राज्य के चुनाव अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी.
नयी दिल्ली में चुनाव आयोग के एक प्रवक्ता ने विस्तृत विवरण दिये बिना कहा कि ‘‘चुनाव प्रक्रि या में ईमानदारी को बनाये रखने के लिए’’ यह निर्णय लिया गया.
चुनाव पैनल ने कहा कि कुछ जगहों पर वीवीपीएटी मशीनों और ईवीएम को गड़बड़ी के कारण बदला गया जिसके कारण मतदान प्रक्रिया बाधित हुयी.
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