भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून बुधवार को ओडिशा के कुछ हिस्सों में पहुंच गया, जो राज्य में इसके आगमन के सामान्य समय से लगभग 13 दिन पहले है।
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ओडिशा के कई जिलों में मंगलवार से भारी बारिश हो रही है।
आईएमडी ने बुलेटिन में कहा, ‘‘दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आज ओडिशा में दस्तक दे दी। इसने ओडिशा के पूरे मलकानगिरि और कोरापुट जिलों और नवरंगपुर, कालाहांडी, रायगड़ा और गजपति जिलों के कुछ हिस्सों को आच्छादित कर लिया है।’’
आईएमडी महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि जून से सितंबर तक मानसून के मौसम के दौरान ओडिशा में औसत से अधिक बारिश होने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा सहित पूरे भारत में दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 106 प्रतिशत बारिश होने की संभावना है।’’
मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि ओडिशा में मार्च से मई तक प्री-मानसून अवधि में सामान्य से 59 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है, जो 188.9 मिलीमीटर दर्ज की गई है, जबकि इस अवधि के दौरान औसत वर्षा 119.1 मिलीमीटर होती है।
इससे पहले, आईएमडी ने पांच जिलों - जगतसिंहपुर, पुरी, कटक, कोरापुट और रायगढ़ा में 'ऑरेंज' अलर्ट (कार्रवाई के लिए तैयार रहें) जारी किया था - जहां 30 मई तक 40-50 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से तेज हवाओं के साथ आकाशीय बिजली गिरने और आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की संभावना है।
एक अन्य बुलेटिन में कहा गया, ‘‘ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भाग पर बना निम्न दबाव क्षेत्र आज सुबह 05:30 बजे भारतीय समयानुसार उसी क्षेत्र में अच्छी तरह से चिह्नित हो गया। अगले 24 घंटे के दौरान इसके धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ने और एक अवदाब में केंद्रित होने की संभावना है।"
मौसम विभाग ने कहा कि इस मौसम प्रणाली के प्रभाव के कारण ओडिशा में 30 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
आईएमडी ने मछुआरों को 29 मई से एक जून के बीच गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
इस बीच, ओडिशा सरकार ने आईएमडी के भारी बारिश के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए सभी जिलों को अलर्ट पर रखा है।
विशेष राहत आयुक्त कार्यालय ने जिला अधिकारियों को खराब मौसम के मद्देनजर किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है।
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