Operation Sindoor: अब सीजफायर तोड़ा तो पाक को मिलेगा करारा जवाब, ऑपरेशन सिंदूर में पाक के 40 सैनिक, 100 आतंकी मारे व 5 भारतीय जवान शहीद
संघर्ष विराम का फायदा उठाकर सीमा पर जबरदस्त गोलाबारी कर पाकिस्तानी सेना ने सैनिकों की टोली बनाकर भारतीय सीमा में घुसपैठ कर कारगिल जैसे हालात पैदा करने की कोशिश की। भारतीय सेना ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
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आज की रात भी पाकिस्तान की तरफ से यदि कोशिश हुई तो 12 मई को होने वाली डीजीएमओ की बैठक नहीं होगी। भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि उनको जो भी लक्ष्य मिला, उन्होंने पूरी तरह से हासिल कर लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और उसके बाद थल सेना प्रमुख ने भी संघर्ष विराम का उल्लंघन करने पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए खुली छूट दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हुआ था। हालांकि आज सरकार की तरफ से कहा गया कि अमेरिका ने पहल नहीं की थी।
सेना की तरफ से हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी कहा गया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने पहल की थी और उसके बाद भारत के उच्च नेतृत्व को जानकारी दी गई, जिसके बाद संघर्ष विराम पर सहमति बनी। लेकिन संघर्ष विराम के कुछ घंटे बाद ही वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की तरफ से गोलाबारी की गई, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। डीजीएमओ ने कहा कि आमतौर पर पाक सेना गोलाबारी कर आतंकवादियों की धुसपैठ करती है, लेकिन इस बार उसने सैनिकों का ग्रुप बनाकर घुसपैठ कराने की कोशिश की है, जिसमें हमने उसकी मंशा को नाकाम कर दिया है।
आज रात भी भारतीय सेना की नजर पाकिस्तान की हरकतों पर रहेगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, तीनों सेना अध्यक्ष, सीडीएस और एनएसए के साथ बैठक की और पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलाबारी की समीक्षा की। बैठक में सैनिकों को कार्रवाई करने के लिए खुली छूट दी गई।
थल सेना अध्यक्ष उपेन्द्र द्विवेदी ने भी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और आज की रात एलओसी से घुसपैठ या गोलाबारी की कोशिश का पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए खुली छूट दी। पूरे दिनभर की घटनाक्रम की जानकारी देने के लिए रविवार देर शाम भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल एबी भारती और नौसेना के वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने मीडिया को विस्तृत जानकारी दी।
तीनों सेनाओं के प्रतिनिधियों ने 6-7 मई की रात को शुरू हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से लेकर 9 और 10 मई की रात तक हुए ऑपरेशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लगभग 100 आतंकवादी मारे गए हैं और सीमा रेखा पर पाकिस्तान के 35 से 40 सैनिकों को भी मार गिराया गया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने की एडवाइजरी जारी
()। जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों ने रविवार को सीमावर्ती गांवों के निवासियों से कहा कि वे अपने घरों पर वापस न लौटें, क्योंकि अभी इन क्षेत्रों को साफ किया जाना है और किसी भी अज्ञात गोला-बारूद को हटाना है। बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों में नियंत्रण रेखा के पास के गांवों के 1.25 लाख से अधिक निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था, क्योंकि उनके घरों को पाकिस्तानी गोलाबारी का निशाना बनाए जाने का बहुत अधिक खतरा था।
वायुसेना ने सटीकता से दिया कार्य को अंजाम
भारतीय वायुसेना ने रविवार को कहा कि उसने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान उसे सौंपे गए कार्यों को सटीकता के साथ और राष्ट्रीय उद्देश्यों के अनुरूप सफलतापूर्वक अंजाम दिया। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ढांचों को नष्ट करने के लिए सात मई को यह अभियान शुरू किया गया था।
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