संसद में संग्राम, खरगे बोले- कैसे अडानी की संपत्ति 50 हजार करोड़ से बढ़कर लाखों करोड़ हो गई

Last Updated 08 Feb 2023 01:04:52 PM IST

मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को राज्यसभा में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. मल्लिकार्जुन खड़गे ने अडानी के मुद्दे पर भी हमला बोला। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि क्या जादू हुआ कि एक कारोबारी की संपत्ति इतनी बढ़ गई।


बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में मौजूद रहे। इस दौरान विपक्ष की ओर से चर्चा शुरू करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद मलिकार्जुन खरगे ने कहा कि 2014 में एक उद्योगपति की संपत्ति 50 हजार करोड़ रुपए थी लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ कि दो ही साल में इस उद्योगपति की संपत्ति लाखों करोड़ रूपए बढ़ गई। खरगे ने अदानी का नाम लिए बिना कहा कि पीएम के एक दोस्त की संपत्ति अचानक कई गुना बढ़ गई। इसके जवाब में तुरंत नेता सदन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह बिना आधार के आरोप लगाए जा रहे हैं।

पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि यह अपने नेता की संपत्ति देख लें कि 2014 में कितनी थी और आज वह संपत्ति कितनी बढ़ गई है।



कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस उद्योगपति को सरकार से प्रोत्साहन व समर्थन मिला है, सरकारी बैंकों से उसे काफी रकम मिली है। खड़गे ने कहा गुजरात में 31 पैसे का कर्ज बकाया होने पर एक किसान को 'नो ऑब्जेक्शन' सर्टिफिकेट नहीं मिला, लेकिन उद्योगपतियों के हजारों करोड़ रुपए माफ किए गए। एयरपोर्ट, कोल, रोड, सीमेंट एक व्यक्ति को मिल रहा है और उसको यह खरीदने के लिए पैसा भी सरकारी बैंकों से उपलब्ध हो रहा है।

खरगे ने कहा कि मैं राष्ट्रपति को उनके अभिभाषण के लिए धन्यवाद देता हूं। मुझे ऐसी उम्मीद थी कि राष्ट्रपति दबाव बनाकर समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए अपने अभिभाषण में कुछ बातें शामिल करवाएंगी लेकिन मुझे निराशा हुई। खरगे ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में नीतियों की चर्चा होती है कि किन नीतियों के आधार पर हम, कैसे हम देश को चलाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं था। उन्होंने अपनी सरकार की कुछ उपलब्धियां बताई और बाकी पिछली सरकारों की खामियां गिनाई।

खड़गे ने कांग्रेस के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश के विकास में बुनियाद के पत्थर डाले हैं लेकिन आज वह पत्थर नहीं दिखाए जा रहे बल्कि उन पत्थरों की बुनियाद पर बनी इमारतों को दिखाया जा रहा है।

खड़गे ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि आने वाला मौसम और भी खराब आने वाला है क्योंकि हमें बात करने नहीं देते अपने मुद्दों को उठाने नहीं देते।

खरगे ने कहा कि मैं देखता हूं सदन के भीतर और बाहर भी मंत्री और सत्ता पक्ष के सांसद नफरत की बात ज्यादा करते हैं। ये लोग ज्यादातर सांप्रदायिक और जाति की बातें करते हैं। भारत छोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली, मैं भी उसमें शामिल हुआ। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा किसी के खिलाफ नहीं है। 3600 किलोमीटर चलना और लोगो के विचार को सुनना और लोगों ने जो कहा उससे आगे के लिए मार्गदर्शन लेना यह यात्रा का उद्देश्य था।

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने फिर की जेपीसी की मांग

बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद मलिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर सदन में ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी (जेपीसी) जांच की मांग की। खड़गे ने कहा कि सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग के आरोपों की जांच के लिए जेपीसी का गठन किया जाना चाहिए। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री व नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा कि ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी यानी जेपीसी तब बैठती है जब कोई आरोप सिद्ध होता है। कोई रक्षा का घोटाला होता है या कांग्रेस के राज में हुए कोयला घोटाले जैसे घोटाले सामने आते हैं। जवाब में मलिकार्जुन खरगे ने कहा सरकार ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी से क्यों भाग रही है, हमें पता नहीं लेकिन आप भागते जाओ हम पीछा करके पकड़ेंगे।

खड़गे ने सरकार से प्रश्न करते हुए कहा कि क्या आप शेड्यूल कास्ट को हिंदू नहीं समझते और यदि समझते हैं तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते। उसे पानी क्यों नहीं लेने देते, वोट के लिए उसके घर में खाना खाने जाते हो, लेकिन उसे बराबरी नहीं देते। उन्होंने कहा कि मैं दुख के साथ कहता हूं कि मेरा दर्द यह लोग समझ नहीं सकते। उन्होंने कहा कि जो यह कठिनाई झेलता है वही इस दर्द को जानता है।

उन्होंने कहा कि देश में धर्म के नाम से, जाति के नाम से, भाषा के नाम से नफरत फैलाई जा रही है। खड़गे ने सदन में कहा कि 'नफरत छोड़ो और भारत जोड़ो'। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सभी का सम्मान करना चाहिए चाहे वह गरीब हो, अमीर हो या कोई भी हो। उन्होंने कहा कि लोग नफरत फैला रहे हैं। लोगों को डरा रहे हैं, लेकिन मेरा प्रश्न प्रधानमंत्री से है कि प्रधानमंत्री क्यों चुप हैं।

प्रधानमंत्री पर चुप्पी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष ने तल्ख टिप्पणी की तो इस पर सभापति ने आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि खड़गे जी यह भाषा आपके कद के अनुरूप नहीं है। इस पर मलिकार्जुन खरगे ने अपना लंबा राजनीतिक एवं संसदीय अनुभव गिनाते हुए सभापति से कहा कि मुझे बोलने के बीच में बार-बार रोका जा रहा है, क्या अब मुझे बोलना भी आप सिखाएंगे। वहीं सभापति द्वारा खड़गे को टोके जाने के बाद कांग्रेस सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में 41 प्रतिशत शिक्षकों के पद खाली हैं। ऐसे में विज्ञान, गणित और अन्य विषयों के शिक्षकों की अनुपस्थिति में छात्र क्या पढ़ाई करेंगे। खड़गे ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज लोगों की स्वतंत्रता और समानता का अधिकार छीना जा रहा है।

इससे पहले राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की शुरूआत भाजपा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने की। उन्होंने इस दौरान मोदी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को गिनाया, खासतौर पर ढांचागत विकास की जानकारी दी। उन्होंने सदन के सामने रखे अपने भाषण में दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस हाईवे, देश में बनाए गए नए एयरपोर्ट रेलवे लाइनों आदि का जिक्र किया।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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