JPC की मांग, हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर हंगामा, संसद की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

Last Updated 03 Feb 2023 03:44:16 PM IST

संसद के बजट सत्र के चौथे दिन भी कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को हंगामे के कारण स्थगित करना पड़ा।


विपक्षी सांसद अडानी समूह के मसले पर नारेबाजी करते हुए लगातार जेपीसी की मांग कर रहे थे।

हंगामे और नारेबाजी के बीच पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने सभा पटल पर रखे जाने वाले आवश्यक कागजों को सदन में पेश करवाया। इस बीच वो लगातार विपक्षी सांसदों से अपनी-अपनी सीट पर जाने और सदन चलने देने की भी अपील कर रहे थे लेकिन हंगामा और नारेबाजी जारी रहने पर उन्होंने लोकसभा की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।

इससे पहले, शुक्रवार को सुबह 11 बजे भी लोक सभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने अडानी के मसले पर हंगामा शुरू कर दिया था। विपक्षी सांसदों के हंगामे और नारेबाजी के बीच लोक सभा अध्यक्ष बिरला लगातार प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते नजर आए।

उन्होंने सदन चलने देने की अपील करते हुए कहा कि प्रश्नकाल बहुत ही महत्वपूर्ण समय होता है। इसके जरिए सरकार की जवाबदेही तय होती है।

नारेबाजी को सदन की मर्यादा के खिलाफ बताते हुए बिरला ने प्रश्नकाल के दौरान कहा था कि देश में जनजातीय समुदाय से पहली राष्ट्रपति बनी है और उन्होंने पहली बार अपना अभिभाषण दिया है। क्या हंगामा कर रहे सांसद उन्हें उनके अभिभाषण पर धन्यवाद नहीं देना चाहते, उस पर चर्चा नहीं करना चाहते। क्या वे बजट पर चर्चा नहीं चाहते। लेकिन इसके बावजूद भी हंगामा जारी रहने पर सदन की कार्यवाही को उन्होंने दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया था।

राज्यसभा में हंगामा, कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित

वहीं शुक्रवार को हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्रवाई भी बाधित होती रही, जिसके बाद सभापति ने राज्यसभा को सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। संसद में बजट सत्र का यह चौथा दिन था। विपक्षी सांसदों ने अडानी समूह के मामले पर दोनों राज्यसभा के सांसद लोकसभा में भी जोरदार हंगामा किया। विपक्ष के सांसद इस मुद्दे पर सदन में चर्चा की मांग कर रहे थे। साथ ही सांसदों का कहना था कि इस मसले पर जांच के लिए संयुक्त संसदीय दल का गठन किया जाना चाहिए।

राज्यसभा में हंगामा के कारण शुक्रवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर उपरांत ही स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद दोपहर 2 बज कर 30 मिनट पर राज्यसभा की कार्यवाही पुन प्रारंभ हुई। हालांकि सदन शुरू होते ही विपक्षी सांसदों द्वारा भारी हंगामे के कारण सभापति को राज्यसभा की कार्रवाई फिर स्थगित करनी पड़ी। हंगामे के बीच विपक्ष के कई सांसद अपने स्थान से उठकर आगे आ गए और नारेबाजी करने लगे। इस पर सभापति ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सांसदों को अपनी सीट पर जाने को कहा। लेकर नारेबाजी कर रहे विपक्षी सांसद इसके लिए राजी नहीं हुए। इस पर सभापति ने चेतावनी देते हुए कहा कि सदन में इस तरह का व्यवहार ठीक नहीं है।

शुक्रवार को लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कई विपक्षी दलों के नेताओं की एक बैठक बुलाई। इस बैठक में सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की गई। कई विपक्षी दलों ने संसद में अपनी रणनीति बनाने के लिए बैठक की और अदाणी स्टॉक रूट के मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग करते हुए सरकार पर हमले तेज करने का फैसला किया।

जांच और चर्चा की मांग कर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि विपक्षी दल चाहते हैं कि स्टॉक मार्केट के गिरने पर चर्चा हो, जनता का पैसा एलआईसी और अन्य सरकारी संस्थानों में है। थरूर ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने चीन, महंगाई और बेरोजगारी पर चर्चा नहीं होने दी। थरूर का कहना है कि जिस भी मुद्दे पर उन्हें लगता है कि वे शर्मिदा होंगे उस पर वह चर्चा नहीं होने देते हैं।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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