अडाणी समूह से जुड़े मामले को लेकर संसद में विपक्ष का हंगामा, दोनों सदन दोपहर तक स्थगित
विपक्ष अडानी समूह के मसले पर संसद में लगातार दूसरे दिन भी विपक्षी दलों का हंगामा जारी रहा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्षी दलों से लगातार सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की लेकिन दोनों सदनों में लगातार हंगामा जारी रहा।
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इसे देखते हुए बिरला ने लोक सभा की कार्यवाही को दोपहर बाद 2 बजे तक के लिए और धनखड़ ने राज्य सभा की कार्यवाही को दोपहर बाद 2:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
शुक्रवार को सुबह 11 बजे लोक सभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने अडानी के मसले पर हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सांसदों के हंगामे और नारेबाजी के बीच लोक सभा अध्यक्ष बिरला लगातार प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते नजर आए।
विपक्षी सदस्य अडाणी समूह से जुड़े मामले में जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने और इस मुद्दे पर संसद में चर्चा कराने की मांग कर रहे हैं।
सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए।
हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया। कुछ सदस्यों ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से जुड़े पूरक प्रश्न भी पूछे।
नारेबाजी नहीं थमने पर बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘प्रश्नकाल महत्वपूर्ण काल होता है...आप अपनी-अपनी सीट पर जाएं। प्रश्नकाल चलने दें। महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हो रही है। सदस्य गण यह (व्यवहार) उचित नहीं है।’’
बिरला ने यह भी कहा, ‘‘राष्ट्रपति जी का पहला अभिभाषण है जिस पर धन्यवाद प्रस्ताव है। जनजातीय समुदाय से पहली महिला राष्ट्रपति बनी हैं। क्या हम उन्हें धन्यवाद नहीं देना चाहते?’’
हंगामा नहीं थमने पर पूर्वाह्न करीब 11 बजकर पांच मिनट पर बिरला ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी।
इससे पहले, बृहस्पतिवार को भी कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले पर चर्चा कराने और जेपीसी की मांग करते हुए नारेबाजी की थी जिस वजह से सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई थी।
वहीं राज्यसभा में भी यही स्थिति रही। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को एलआईसी, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा बाजार मूल्य खोने वाली कंपनियों में निवेश के मुद्दे पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत कामकाज स्थगित करने का नोटिस दिया था। जिसे सभापति जगदीप धनखड़ ने यह कहते हुए नामंजूर कर दिया कि ये उचित प्रकिया के तहत नहीं लाया गया है। इसके विरोध में कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, वामपंथी और अन्य विपक्षी दल के सदस्यों ने सदन में शोर मचाना शुरू कर दिया। सभापति ने सदस्यों से सदन में व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया लेकिन हंगामा जारी रहा जिससे सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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