पीएम का कड़ा रुख, कहा-काम नहीं करने वाला मेरे साथ नहीं चल सकता, मंत्रिमंडल को लेकर मंत्रियों में बेचैनी!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों को कड़ा संदेश दिया है कि जो काम नहीं कर रहा है, वह उसे आगे लेकर नहीं जा सकते।
![]() प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही अटकलों के बीच प्रधानमंत्री के कड़े रु ख से मंत्रियों और भाजपा नेताओं में बेचैनी है।
बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल में दूसरे कार्यकाल का अंतिम फेरबदल करने वाले हैं। संभावना है कि भाजपा की 16 एवं 17 जनवरी को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जाएगा।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार बीते बुधवार को कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री ने अपने सहयोगियों से कहा कि जिन लोगों ने अपना काम ठीक से नहीं किया है, वह आगे नहीं चल सकते। उनके इस कथन से कैबिनेट में सन्नाटा छा गया। प्रधानमंत्री का इशारा आगामी मंत्रिमंडल को लेकर था। 2021 में जब उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया था, तब भी काम को आधार बनाया था और बड़े पैमाने पर मंत्रियों को हटा दिया था एवं नए चेहरों को मौका दिया था। तब रविशंकर, प्रकाश जावड़ेकर, हषर्वर्धन पर गाज गिरी थी। इस बार के मंत्रिमंडल फेरबदल पर किसी कयासबाजी से अच्छा इंतजार माना जा रहा है।
इसी साल नौ राज्यों के चुनाव होने हैं। इनमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और पूर्वोत्तर के राज्य हैं। इन राज्यों के हिसाब से सांसदों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। कुछ वरिष्ठ मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। उन्हें पार्टी की जिम्मेदारी दी जा सकती है, क्योंकि अभी आम चर्चा रहती है कि भाजपा में कोई बड़ा नेता संगठन में नहीं है, जबकि पहले सरकार और संगठन में दोनों जगह बड़े-बड़े नेता पदों पर आसीन रहते थे। कुछ नेताओं को पार्टी में भेजा जाएगा, क्योंकि 2024 के आम चुनाव की तैयारियां करनी हैं। प्रधानमंत्री 2024 के चुनाव को बड़े अंतर से जीतने की योजना में जुटे हुए हैं।
उसी योजना को मूर्त रूप देने के लिए सरकार और संगठन में फेरबदल होना है। गुजरात चुनाव में पार्टी को बड़ी जीत दिलाने वाले सीआर पाटिल को भाजपा की केन्द्रीय टीम में या मंत्रिमंडल में बड़ी जिम्मेदारी मिलनी है, क्योंकि उन्होंने गुजरात में रिकॉर्ड जीत दिलाई। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों के विभागों की समीक्षा की जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच में मंत्रिमंडल को लेकर अंतिम दौर की चर्चा हो चुकी है। पिछले एक हफ्ते में इन तीनों नेताओं के बीच में गहन चिंतन हो चुका है। अब सबको मंत्रिमंडल की तिथि सामने आने का इंतजार है, क्योंकि प्रधानमंत्री अपने हिसाब से चीजें तय करते हैं। वह हम नहीं चाहते हैं कि उनके कदमों की जानकारी मीडिया को लग सके।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज भी पार्टी के सांसदों को संबोधित किया और अगले हफ्ते होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी के एजेंडे को लेकर चर्चा की। उन्होंने 2024 के चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार होने को कहा। एक सांसद को तीन लोकसभा सीटें दी हुई हैं। इन सीटों को जिताना उनकी जिम्मेदारी होगी।
बढ़ सकता है नड्डा का कार्यकाल
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सोमवार को यहां शुरू होने जा रही दो दिवसीय बैठक में पार्टी इस वर्ष होने वाले नौ राज्यों के विधानसभा चुनावों और अगले वर्ष लोकसभा चुनावों के एजेंडे पर चर्चा होने तथा पार्टी के अध्यक्ष नड्डा के कार्यकाल को आम चुनावों तक के लिए बढ़ाने की संभावना है।
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