Hardik Patel Resign: गुजरात में चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, हार्दिक पटेल ने पार्टी से दिया इस्तीफा
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
![]() कांग्रेस को बड़ा झटका, हार्दिक पटेल ने पार्टी से दिया इस्तीफा (फाइल फोटो) |
गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है और राज्य कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की है। वैसे, पार्टी की ओर से कहा गया है कि उन्हें अभी तक उनका इस्तीफा नहीं मिला है।
कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से गुजरात से पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल ने इस्तीफा देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी विरोध की राजनीति तक सीमित है लेकिन देश को एक बेहतर विकल्प चाहिए।
हार्टिक पटेल ने इस्तीफे की जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर दी।
उन्होंने लिखा, मैं कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊंगा।
हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया। इसकी जानकारी उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंदल पर दी है। pic.twitter.com/6dEnY44F7l
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 18, 2022
आपको बता दें कि गुजरात में अगले कुछ ही महीनों में चुनाव होने वाले हैं। इस्तीफे में हार्दिक पटेल ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस को गुजरात में कोई दिलचस्पी नहीं है, वह सिर्फ नीतियों और कार्यक्रमों का विरोध कर रही है। पार्टी ऐसा विकल्प नहीं बन रही है, जिसकी लोग तलाश कर रहे हैं।
हार्दिक बीते कुछ वक्त से कांग्रेस नेताओं से नाराज चल रहे थे और उनके पार्टी छोड़ने की अटकलें पहले से लगाई जा रही थीं।
उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी देशहित और समाज हित के बिल्कुल विपरीत काम कर रही है। कांग्रेस पार्टी विरोध की राजनीति तक सीमत हो गई है। कांग्रेस राम मंदिर निर्माण, सीएए-एनआरसी, धारा 370, जीएसटी लागू करने में बाधा थी।
पाटीदार नेता ने आरोप लगाया कि जब देश संकट में था, तब हमारे नेता विदेश में थे।
उन्होंने आरोप लगाया, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में गंभीरता की कमी है। मैं जब भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिला तो लगा उनका ध्यान गुजरात के लोगों से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा। जब देश में संकट था तो हमारे नेता विदेश में थे। हमारे कार्यकर्ता अपने खर्च पर 500 से 600 किमी की यात्रा कर जनता के बीच जाते हैं और देखते गुजरात के बड़े नेताओं का ध्यान सिर्फ इस पर रहता है कि दिल्ली से आए नेता को चिकन सैंडविच समय पर मिला या नहीं।
उन्होंने पत्र में लिखा, अनेक प्रयासों के बाद भी कांग्रेस पार्टी द्वारा देशहित एवं समाज हित के बिल्कुल विपरीत कार्य करने के कारण मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। देश के युवा एक सक्षम और मजबूत नेतृत्व चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी सिर्फ विरोध की राजनीति तक सीमित रह गई है। जबकि, देश के लोगों को विरोध नहीं, ऐसा विकल्प चाहिए जो भविष्य के बारे में सोचता हो।
वहीं उनके इस्तीफे के बाद कांग्रेस महासचिव शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि हार्दिक पटेल के इस्तीफे के जो ल़फ्ज हैँ वो भाजपा के शब्द हैं। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने हार्दिक पर तंज कसते हुए कहा, अगर आप पार्टी के नेतृत्व की बात करें तो आप कुछ दिन पहले राहुल गांधी के साथ एक मंच साझा कर रहे थे। आपको उनसे मिलने से किसने रोका? हमारे पास आंतरिक लोकतंत्र है। आंतरिक लोकतंत्र और अनुशासनहीनता के बीच एक पतली रेखा है। भाजपा के पास आंतरिक लोकतंत्र नहीं है।
सूत्रों के अनुसार हार्दिक पटेल पिछले दो महीने से बीजेपी नेताओं के संपर्क में थे। अब अगले एक हफ्ते हार्दिक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
पीएएएस (पाटीदार अनामत आंदोलन समिति) में हार्दिक के पूर्व सहयोगी और भाजपा कार्यकर्ता चिराग पटेल ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा है कि लाखों भाजपा कार्यकर्ता हार्दिक से नाखुश और निराश हैं। अगर वे भाजपा में शामिल होते हैं तो वे दुखी होंगे।
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