महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर राहुल गांधी का ट्वीट- 'एक हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को गोली मारी थी'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर रविवार को उनके समाधि स्थल राजघाट जाकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
![]() राहुल गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि स्थल जाकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए |
बापू की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्होंने राष्ट्रपिता को नमन किया। इस दौरान वहां सर्व धर्म सभा में बापू के प्रिय भजन भी गाए गए।
“When I despair, I remember that all through history the way of truth and love have always won. There have been tyrants and murderers, and for a time they can seem invincible but in the end, they always fall. Think of it always.”
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 30, 2022
- Mahatma Gandhi pic.twitter.com/3EOG59IljW
राहुल गांधी ने ट्वीट कर भी राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि गांधीजी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे और जब तक सच्चाई रहेगी और जहां भी सत्य होगा वहां गांधीजी जिंदा होंगे।
उन्होंने कहा,“एक हिंदुत्ववादी ने गाँधी जी को गोली मारी थी। सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गाँधी जी नहीं रहे। जहाँ सत्य है, वहाँ आज भी बापू ज़िंदा हैं।”
एक हिंदुत्ववादी ने गाँधी जी को गोली मारी थी।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 30, 2022
सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गाँधी जी नहीं रहे।
जहाँ सत्य है, वहाँ आज भी बापू ज़िंदा हैं!#GandhiForever pic.twitter.com/nROySYZ6jU
महात्मा गांधी का नाम दुनिया में स्थायी छाप की तरह मौजूद है। 13 जनवरी 1948 को उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम एकता बनाए रखने और साम्प्रदायिक उन्माद के खिलाफ कलकत्ता में आमरण अनशन शुरू किया था। ये उनके जीवन का आखिरी अनशन था।
18 जनवरी 1948 को अपना अनशन खत्म करने के ठीक 11 दिन बाद 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई। अपनी हत्या से तीन दिन पहले ही गांधीजी दिल्ली में शांति लाने के उद्देश्य से महरौली स्थित कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी दरगाह गए थे। उस समय दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा में जल रही थी। दरगाह छोड़ने से पहले गांधीजी ने लोगों की एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए सांप्रदायिक सद्भाव और एकता का संदेश दिया था।
| Tweet![]() |