दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड, 21 जनवरी से दो दिनों तक बारिश के आसार
दिल्ली में बुधवार को सुबह न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और शहर के कई हिस्सों में कोहरा छाया रहा।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने कहा कि कोहरा और बादल छाए रहने से दिल्ली के कई इलाकों में दिन में ठंड बढ़ सकती है। शहर वासी पिछले बृहस्पतिवार से ‘‘सर्द दिन’’ की स्थिति का सामना कर रहे हैं।
दिल्ली: राजधानी दिल्ली में ठंड और शीतलहर से बचने के लिए लोग आग ताप रहे और चाय पी रहे हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 19, 2022
एक ऑटो चालक ने बताया, "बहुत ज़्यादा ठंड बढ़ गई है, हम सुबह के 4 बजे से खड़े हुए हैं लेकिन इतनी ठंड है कि लोग ऑटो में नहीं बैठ रहे हैं। अभी तक कोई सवारी नहीं मिली है।" pic.twitter.com/GOEuxxoO8d
सफदरजंग वेधशाला ने भी 14 जनवरी और 15 जनवरी को ‘‘सर्द दिन’’ के तौर पर दर्ज किया। आईएमडी के अनुसार ‘‘सर्द दिन’’ तब होता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे हो। ‘‘गंभीर’’ ठंड की स्थिति तब होती है जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 6.5 डिग्री कम होता है।
आईएमडी ने कहा कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर पश्चिमी भारत में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण 21 जनवरी से 23 जनवरी तक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में वर्षा होने की संभावना है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बहुत खराब’ श्रेणी (330) में दर्ज किया गया। प्रदूषण मापक ऐप ‘समीर’ के अनुसार बुधवार को सुबह गाजियाबाद का एक्यूआई 332, नोएडा का 324, ग्रेटर नोएडा में 322, फरीदाबाद में 354, गुरुग्राम में 326 दर्ज किया गया।
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
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