पर्यावरण के लिए संजीवनी साबित हो रहा लॉकडाउन

Last Updated 28 Aug 2020 06:10:50 AM IST

पर्यावरण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पूरे भारत में कोविड-19 से निपटने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण इस साल कार्बन उत्सर्जन में लगभग आठ प्रतिशत कमी आने का अनुमान है।


पर्यावरण के लिए संजीवनी साबित हो रहा लॉकडाउन

‘पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ द्वारा बुधवार को ‘व्यापार स्थिरता में प्रतिमान बदलाव- कोविड-19 परिदृश्य के बाद की चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीतियां’ विषय पर आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के संयुक्त सचिव सुजीत कुमार बाजपेयी ने कहा, ‘‘महामारी ने बहुत सारी चुनौतियां दी हैं, लेकिन इसने अर्थव्यवस्थाओं को शुरू करने, सुधार योजनाओं के माध्यम से समाजों के पुनर्निर्माण और जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर दिया है।’’

बाजपेयी ने कहा, ‘‘पूरे भारत में कोविड-19 लॉकडाउन के कारण 2020 में कार्बन उत्सर्जन में लगभग आठ प्रतिशत कमी आने का अनुमान है।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘प्रकृति’’ कई दवाओं और उद्योगों का एक अनिवार्य स्रोत है जैसे निर्माण, कृषि, खाद्य और पेय पदार्थ इस पर अत्यधिक निर्भर हैं। बाजपेयी ने कहा कि इस महामारी का प्रभाव ‘‘इतना जटिल’’ है कि आने वाले वर्षों तक इसका विश्लेषण जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन और महामारी मानवजनित गतिविधियों से संबंधित हैं।

भाषा
नई दिल्ली


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