सीएए का विरोध ममता बनर्जी को भारी पड़ेगा, तृणमूल को राजनीतिक शरणार्थी बनायेगी जनता :शाह

Last Updated 09 Jun 2020 01:12:51 PM IST

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल में चुनावी बिगुल फूंक दिया है।


गृह मंत्री एवं भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह

पश्चिम बंगाल चुनाव के लिये चुनावी कैंपेन की शुरुआत करते अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि बंगाल विकास के रास्ते पर काफी पीछे चला गया है। कानून व्यवस्था जर्जर हो गई है। सांसदों को रोका जा रहा है। विधायकों को बंधक बनाया जा रहा है। बम धमाके, नारकोटिक्स, भ्रष्टाचार और अपहरण का नंगा नाच हो रहा है। लिहाजा बंगाल को आगे लाने के लिए यहां सत्ता परिवर्तन करना बेहद जरूरी है।

दिल्ली से पश्चिम बंगाल के लिए पहली वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुये शाह ने कहा, "भाजपा की सरकार ने बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे बीमारू राज्यों को विकास के रास्ते पर आगे लाकर कर दिखाया है। आपने तृणमूल कांग्रेस और वामपंथियों की सरकार देखी है, एक बार भाजपा को मौका दे।"

शाह ने कहा, "भाजपा की सरकार आते ही प्रदेश से से बेरोजगारी, भ्रष्टाचार ,आतंकवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति खत्म हो जाएगी। न कोई नारदा स्कैम होगा और न शारदा । घोटाला और भ्रष्टाचार से मुक्त बंगाल बनाया जाएगा।"

आनलाइन माध्यम से पश्चिम बंगाल ‘जन संवाद रैली’ को संबोधित करते हुए शाह ने लोगों से ‘बंगाल में परिवर्तन की लड़ाई से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि एकमात्र पश्चिम बंगाल ऐसा राज्य है जहां राजनीतिक हिंसा का बोलबाला है जबकि राजनीति हिंसा कहीं भी नहीं होनी चाहिए।

शाह ने बंगाल में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं किये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी लोकप्रिय नहीं हो जाएं, इसलिये ममता दीदी बंगाल की धरती पर आयुष्मान योजना नहीं लागू करना चाहती है। हम किसानों को सम्मान निधि योजना के तहत छह हजार रूपये देना चाहते हैं लेकिन ममता दीदी रूकावट खड़ी कर रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘कम्युनिस्ट, तृणमूल दोनों को आपने आजमाया है। एक मौका भाजपा को देकर देखें। भ्रष्टाचार नहीं होगा, टोलबाजी नहीं होगी और बंगाल विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा।’’

भारी पड़ेगा सीएए का विरोध

गृह मंत्री ने नागरिकता संशोधन कानून का ममता बनर्जी और तृणमूल द्वारा विरोध किए जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह विरोध ममता बनर्जी को काफी भारी पड़ेगा और बंगाल की जनता उन्हें राजनीतिक शरणार्थी बनायेगी।

शाह ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के लिये सबसे कम ट्रेन लेने वाले राज्यों में पश्चिम बंगाल प्रमुख है और इसके कारण श्रमिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि जिस ट्रेन को ‘कोरोना एक्सप्रेस’ कहा गया, वही ट्रेन तृणमूल कांग्रेस को बंगाल से बाहर निकालने वाली गाड़ी बन जायेगी।

अमित शाह ने कहा, ‘‘भले ही भाजपा को 303 सीटें देशभर से मिली हैं लेकिन मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है बंगाल की 18 सीटों पर मिली विजय।’’

पश्चिम बंगाल के लिए पहली वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ममता सरकार से जनता को पिछले 10 साल का हिसाब देने को कहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पिछले 6 साल के कामकाज का हिसाब दे रही है, लिहाजा ममता सरकार भी कामकाज का हिसाब दें। शाह ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार सिर्फ राजनीति करती है। 10 साल तक ममता सरकार सिर्फ शिकायत करती रही। केंद्र पर आरोप लगाती रही कि लेकिन केंद्र सरकार काम नही करने देती है।

पूरे देश में लागू आयुष्मान भारत योजना के बारे में जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, "पूरे देश में 1 करोड़ लोग इसका फायदा उठा चुके हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल में इसका फायदा नहीं हो रहा है। इस योजना से बंगाल की जनता को विमुख रखा गया है। पश्चिम बंगाल की सरकार गरीबों के अधिकार को रोक रही है। केंद्र सरकार द्वारा बार-बार सूची मांगे जाने पर भी गरीबों की सूची उपलब्ध नहीं करा रही है, जिससे इस योजना का सीधा लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा।"

अमित शाह ने यह भी याद दिलाया कि पश्चिम बंगाल में किसान सम्मान निधि लागू नहीं होने दिया गया। जिसकी वजह से किसानों के खाते में केंद्र सरकार पैसा नहीं भेज पाई। उन्होंने तृणमूल सरकार से अपील की है कि केंद्र को तुरंत सूची भेज दे ताकि केंद्र किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि का पैसा पहुंचा सके।
 

भाषा/आईएएनएस
नई दिल्ली


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