सेना का सख्त संदेश, जो बंदूक उठाएगा मार दिया जाएगा
पुलवामा में जवानों की शहादत के बाद सुरक्षा बलों (आर्मी, सीआरपीएफ और पुलिस) ने आज संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जम्मू कश्मीर में बंदूक उठाने वालों को कड़ी चेतावनी दी है कि या तो वह सरेंडर कर दें या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन |
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय सेना के चिनार कॉर्प के कमांडर कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने कहा कि बंदूक उठाने वालों के प्रति कोई रहमदिली नहीं दिखायी जाएगी।
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने कश्मीर में नौजवानों की माताओं से अपने बेटों को बंदूक का रास्ता छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा, "मैं जम्मू-कश्मीर की माताओं से अपील करता हूं कि अपने बच्चों को समझाएं और गलत रास्ते पर चले गए लड़कों को सरेंडर करने के लिए कहें नहीं तो उन्हें इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ सकता है।"
पुलवामा हमले में पाकिस्तान से संचालित जैश-ए-मोहम्मद का हाथ बताते हुए उन्होंने कहा कि 100 घंटे के भीतर इसका बदला ले लिया गया। उन्होंने कहा कि घाटी में जैश के शीर्ष नेतृत्व का सफाया कर दिया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने कहा, "हम नागरिकों का नुकसान नहीं चाहते हैं, लेकिन बंदूक उठाने वाले को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।"
उन्होंने कहा, "जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान आर्मी का ही बच्चा है। पुलवामा में हुए हमले में पाकिस्तानी सेना का 100 फीसदी इनवॉल्वमेंट हैं। इसमें हमें और आपको कोई शक नहीं है। जैश ने हमेशा सिक्योरिटी फोर्स पर हमला किया है। हमारा ध्यान उसे खत्म करने पर है। हम इसमें बेहतर कर रहे हैं।"
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने कहा, "कल की घटना में जो जवान शहीद हुए या फिर जिन्हें चोट आई हम स्पष्ट कर दें कि सेना के ऑपरेशन में पूरी तरह से किसी स्थानीय को कोई चोट न पहुंचे इसका ख्याल रखा गया। मैं स्थानीय नागरिकों से अपील करता हूं कि वह ऑपरेशन के दौरान हमारा सहयोग करें।"
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