कर्नाटक: सिद्धारमैया ने बुलाई बैठक, सभी विधायकों को शामिल होने को कहा गया

Last Updated 21 Jan 2019 10:15:06 AM IST

कर्नाटक में सियासी नाटक अभी खत्म होता नहीं दिख रहा है। राज्य लगातार राजनीतिक उठापटक की गिरफ्त में है और कांग्रेस अपने विधायकों को पाले में रखने के प्रयास में लगी हुई है।


कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया (फाइल फोटो)

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने आज एक बार फिर बेंगलुरू में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है।

अपने विधायकों को सेफ रखने की कवायद में जुटी कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी विधायकों को बेंगलुरु के पास ईगलटन रिसॉर्ट में रखा हुआ है।

रविवार को दो कांग्रेस विधायकों के बीच हाथापाई की खबरें सामने आईं। इस बीच, कांग्रेस अपने चार विधायकों के बारे में निश्चिंत नहीं है और इन्हें नोटिस जारी किया है। ये विधायक शुक्रवार को बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे थे।

पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आज 11 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें सभी विधायकों को शामिल होने के लिए कहा गया है।

कांग्रेस के दो विधायकों में ‘झड़प’, एक अस्पताल में भर्ती  

कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम ने उस वक्त अजीबोगरीब मोड़ ले लिया जब कांग्रेस के विधायक जे एन गणेश की झड़प अपनी ही पार्टी के विधायक आनंद सिंह से हो गई।

कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी के दोनों विधायकों के बीच झड़प की घटना शनिवार की रात शहर के उस रिजॉर्ट में हुई जहां कांग्रेस के विधायक शुक्रवार से ही जमे हुए हैं। मुख्य विपक्षी भाजपा की ओर से कांग्रेस-जद एस सरकार गिराने की कथित कोशिशों के कारण इन विधायकों को रिजॉर्ट में रखा गया है।      

उन्होंने बताया कि बल्लारी जिले के कम्पली विधानसभा क्षेत्र से विधायक जे एन गणेश के साथ हुई झड़प के बाद इसी जिले के होसपेट से विधायक आनंद सिंह को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोनों के बीच तीखी बहस हुई और फिर हाथापाई हो गई।      

बहरहाल, अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि आनंद सिंह की आंखें काली पड़ गई हैं। उनके मुताबिक, आनंद ने छाती में बेचैनी की शिकायत की थी, लेकिन अब वह ‘ठीक’ हैं और वॉर्ड में हैं।   

गणेश कांग्रेस के उन ‘असंतुष्ट’ विधायकों में शामिल बताए जाते हैं जो कथित तौर पर भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहे पार्टी के असंतुष्ट विधायकों के संपर्क में हैं।    

भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल वजुभाई वाला और विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार से घटना की रिपोर्ट मांगने की अपील की है।     

कांग्रेस प्रवक्ता और निजामाबाद के पूर्व सांसद मधु गौड़ याक्षी ने बताया, ‘‘यह निजी मामला था, जिले से जुड़ा था। वे कारोबार में एक साथ हैं। इस झड़प का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। वे एक ही जिले के हैं और उनके कारोबारी रिश्ते हैं। यह (झगड़ा) उसी से जुड़ा है। इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।’’      

याक्षी ने बताया कि उनकी मौजूदगी में दोनों विधायकों ने रात में खाना खाया और उस समय सब कुछ अच्छा था, लेकिन जैसे ही वह वहां से गए तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया।

आनंद सिंह की पत्नी ने दी कानूनी कार्रवाई की धमकी 

आनंद सिंह की पत्नी ने रविवार को पार्टी विधायक जी एन गणेश के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी।          

लक्ष्मी सिंह ने मुंबई से मीडिया के एक हिस्से से कहा कि अगर यह सच है कि गणेश ने मेरे पति के साथ मारपीट की है तो मैं और मेरे बच्चे चुप नहीं बैठेंगे और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।         

वह इस समय एक रिश्तेदार की शादी में भाग लेने के लिए मुंबई में हैं और जल्द ही उनके बेंगलुरु लौटने की संभावना है।

इन चार विधायकों को नोटिस

इस बीच, रविवार को अपने चार विधायकों को भेजे गए नोटिस में कांग्रेस ने जानना चाहा है कि शुक्रवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लेने पर उनके खिलाफ  दल-बदल निरोधक कानून के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की जाए। कांग्रेस ने अपने शक्ति प्रदर्शन के उद्देश्य से विधायक दल की बैठक की थी।       

कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने जिन विधायकों को नोटिस भेजा उनमें रमेश जरकीहोली, बी नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमताहल्ली शामिल हैं। विधायक दल की बैठक में इन चारों कांग्रेस विधायकों की गैर-मौजूदगी से राज्य की सात महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है। पार्टी ने चारों विधायकों को स्पष्टीकरण देने को कहा है।        

कांग्रेस के 80 में से 76 विधायकों ने बैठक में हिस्सा लिया था।

समयलाइव डेस्क/भाषा
नयी दिल्ली/बेंगलुरू


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