जानिए, आम बजट से जुड़ी दिलचस्प बातें

Last Updated 31 Jan 2018 04:16:00 PM IST

वित्त मंत्री अरुण जेटली गुरुवार को (1 फरवरी 2018) को वित्तीय वर्ष 2018-19 का आम बजट पेश करेंगे, जिस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं. यह देश का 88वां बजट है. आइए जानते हैं आम बजट से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें....


  • भारत का पहला बजट 18 फरवरी 1869 को वायसराय की परिषद में जेम्स विल्सन ने पेश किया था. यही वजह है कि जेम्स विल्सन को भारतीय बजट का संस्थापक माना जाता है. हालांकि देश उस समय गुलाम था.
  • आजादी के बाद से अब तक कुल 87 आम और अंतरिम बजट पेश किये जा चुके हैं.
  • आजादी के बाद पहला बजट तत्कालीन वित्त मंत्री आर.के. शनमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 में पेश किया था. इसमें भारतीय अर्थव्यवस्था की समीक्षा की गई थी और कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया था. यह 15 अगस्त 1947 से 31 मार्च 1948 तक के लिए था. प्रथम बजट के समय भारत और पाकिस्तान की मुद्रा एक ही थी.
  • के.सी. नेगी भारत के ऐसे वित्त मंत्री थे जिन्होंने बजट नहीं पेश किया था. वे केवल 35 दिनों तक वित्त मंत्री रहे.
  • सी.डी. देशमुख भारत के पहले ऐसे वित्त मंत्री थे, जो मंत्री बनने से पहले रिजर्व बैंक के गवर्नर भी रह चुके थे. देशमुख रिजर्व बैंक के पहले गवर्नर थे.
  • देश में सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड मोरारजी देसाई के नाम है. उन्होंने कुल 10 बजट पेश किए हैं. यही नहीं मोरारजी देसाई ने वित्त मंत्री के रूप में 1964 और 1968 में दो बार, 29 फरवरी को अपने जन्मदिन के मौके पर बजट पेश किए थे.
  • सात बार बजट पेश करने वालों में प्रणव मुखर्जी, पी चिदंबरम, यशवंत सिन्हा, वाईबी चौहान, सीडी देशमुख हैं.
  • प्रणव मुखर्जी पहले वित्त मंत्री थे जो राज्यसभा के सदस्य थे.
  • मनमोहन सिंह और टीटी कृष्णामाचारी ने छह बार बजट पेश किए हैं.
  • देश के इतिहास में कई पूर्व प्रधानमंत्रियों ने पीएम पद पर रहते हुए भी वित्त मंत्री का अतिरिक्त कार्यभार संभालते हुए संसद में बजट को पेश किया. इनमें पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी शामिल हैं.
  • संसद में बजट प्रस्तुत करने वाली एकमात्र महिला इंदिरा गांधी हैं, जिन्होंने 1970 में आपातकाल के दौरान बजट पेश किया था.
  • पहले बजट फरवरी माह की अंतिम तिथि और शाम को पांच बजे पेश किया जाता था. यह परंपरा 1999 तक जारी रही. ब्रिटिश काल की यह परंपरा 2001 में टूटी और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने सुबह 11 बजे बजट पेश किया.
  • नरेन्द्र मोदी सरकार ने फरवरी के अंतिम दिन बजट पेश करने की परंपरा को तोड़ते हुए 2017 से इसे 1 फरवरी को पेश करना शुरू किया. इसके पीछे मकसद यह था कि नये वित्त वर्ष की शुरुआत होने पर यह अमल में लाया जा सके.
  • साल 2017-18 से ही आम बजट में ही रेल बजट को भी समाहित किया गया.
  • जेटली देश के 25वें वित्त मंत्री हैं जिन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार का पहला बजट 10 जुलाई 2014 को पेश किया था. यह जेटली का पांचवां बजट होगा.

समयलाइव डेस्क


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment