दिल्ली-NCR पर छाई धुंध की चादर, फिर जहरीली हुई हवा
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बेहद गंभीर स्तर पर पहुंच गया है. इसके चलते आज धुंध का प्रकोप फिर से शुरू हो गया. पूरी दिल्ली धुंध की चादर में लिपटी हुई है.
(फाइल फोटो) |
प्रदूषण परमीसिबल स्टैंर्डड (सहन करने योग्य स्तर) से कई गुना अधिक है. दृश्यता के स्तर में भी गिरावट आई है. धुंध के चलते इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन जैसी इमारतों को पास से देखना भी मुश्किल हो गया है. दिल्ली में 50 मीटर तक भी दिखना मुश्किल है.
आज सुबह दस बजे तक केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हवा की गुणवत्ता को बेहद गंभीर स्थिति में बताया जिसका मतलब यह है कि प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है.
वर्तमान हालात के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम और नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसी) द्वारा ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत तय उपाय इस्तेमाल में लाए जा सकते हैं जिसमें पार्किंग शुल्क को चार गुना बढ़ाया जाना शामिल है.
अगर स्थिति और खराब होती है और कम से कम 48 घंटों तक बनी रहती है तो जीआरएपी के तहत आने वाला कार्यबल स्कूलों को बंद कर सकता है और सम-विषम (ऑड-ईवन) योजना को फिर शुरू कर सकता है.
पिछली बार हवा की गुणवत्ता दीपावली के एक दिन बाद 20 अक्टूबर को बेहद गंभीर स्थिति में पहुंची थी.
तब से प्रदूषण के स्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और हवा की गुणवत्ता काफी खराब स्तर पर बनी हुई है. यह अत्यंत गंभीर से बेहतर स्थिति है लेकिन वैश्विक मानकों के मुताबिक यह भी खतरनाक है.
वायु गुणवत्ता बेहद खराब होने का मतलब है कि लंबे समय तक इसके संपर्क में आने पर लोगों को सांस संबंधी परेशानी हो सकती है जबकि बेहद गंभीर स्तर पर होने का मतलब है कि यह सेहतमंद लोगों को पर भी असर डाल सकती है और सांस और दिल के मरीजों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है.
सीपीसीबी के एयर लैब प्रमुख दीपांकर साहा ने बताया कि हवा बिलकुल भी नहीं चल रही जिस वजह से यह हालात बने हैं. मौसम में मौजूद नमी ने जमीन पर स्थित स्रोतों से निकलने वाले प्रदूषकों को वहीं पर रोक दिया है.
मौसम का हाल बताने वाली निजी एजेंसी स्कायमेट का कहना है कि पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा में बड़े पैमाने पर पराली जलाई जा रही है और वहां से हवा दोपहर के वक्त शहर में प्रवेश कर रही है.
राजधानी दिल्ली के अलावा एसीआर इलाके में भी प्रदूषण लेवल ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. सीपीसीबी ने नोएडा और गाजियाबाद में भी हवा की गुणवत्ता बेहद गंभीर बताई है.
| Tweet |