वैश्विक मानव पूंजी सूचकांक में भारत 103वें स्थान पर

Last Updated 13 Sep 2017 05:54:58 PM IST

विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के वैश्विक मानव पूंजी सूचकांक में भारत 103वें स्थान पर है और इस मामले में ब्रिक्स देशों में सबसे नीचे है. सूची में नॉर्वे शीर्ष स्थान पर है.


(फाइल फोटो)

जिनेवा स्थित विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के वैश्विक मानव पूंजी सूचकांक ने यह सूची तैयार की है. इसमें लोगों के पास ज्ञान और कौशल पर गौर किया गया है, जो उन्हें वैश्विक आर्थिक प्रणाली में मूल्य सृजित करने के काबिल बनाती है. इसी के आधार पर देश की मानव पूंजी रैंकिंग मापी गयी है.

रोजगार के मामले में स्त्री-पुरूष असामनता के संदर्भ में भी भारत दुनिया के देशों में निचले पायदान पर हैं. हालांकि भविष्य के लिये जरूरी कौशल विकास की बात आती है तो भारत की स्थिति कुछ बेहतर दिखाई देती है. इस मामले में 130 देशों की सूची में वह 65वें स्थान पर है.
                
पिछले साल भारत इस सूची में 105वें स्थान पर था जबकि फिनलैंड शीर्ष स्थान पर था. लेकिन इस बार फिनलैंड दूसरे स्थान पर है.
        
डब्ल्यूईएफ ने कहा कि भारत ब्रिक्स के सदस्य देशों के मुकाबले भी निचले पायदान पर है. उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों के संगठन ब्रिक्स में रूस सबसे ऊपर 16वें स्थान पर है. चीन 34वें, ब्राजील 77वें और दक्षिण अफ्रीका 87वें स्थान पर है.
        
दक्षिण एशियाई देशों में भी भारत पीछे हैं. इस मामले में श्रीलंका और नेपाल उससे आगे है. हालांकि बांग्लादेश और पाकिस्तान जरूर उससे पीछे है.
        
डब्ल्यूईएफ ने कहा, भारत कई कारणों से पीछे रहा. इसमें 25 से 54 वर्ष के लोगों का शिक्षा का न्यूनतम स्तर तथा मानवीय पूंजी का कम उपयोग शामिल हैं. इसका मतलब है कि जो कौशल उपलब्ध है, उसका बेहतर उपयोग नहीं हो रहा. 
        
इसमें कहा गया है, हालांकि एक आधुनिक भारत का उदय हो रहा है. जब बात भविष्य के कौशल विकास की आती है, देश का प्रदर्शन बेहतर है और 130 देशों की सूची में वह 65वें स्थान पर है. काम में विशेष प्रकार के कौशल की जानकारी के मामले में भारत का प्रदर्शन बेहतर रहा है.          
         
डब्ल्यूईएफ ने रेखांकित किया, भारत के समक्ष कई चुनौतियों हैं लेकिन ऐसा जान पड़ता है कि वह सही दिशा में आगे बढ़ रहा है. 
        
सूची में नॉर्वे और फिनलैंड के बाद स्विट्जरलैंड तीसरे स्थान पर है.


        
इसके अलावा शीर्ष 10 में अमेरिका (चौथे), डेनमार्क (पांचवे), जर्मनी (छठे), न्यूजीलैंड (सातवें), स्वीडन (आठवें), स्लोवेनिया (नौवें) तथा आस्ट्रिया (10वें) स्थान पर है. रिपोर्ट में 130 देशों को शामिल किया गया. इसमें मानव पूंजी विकास के चार प्रमुख क्षेत्रों..औपचारिक शिक्षा में पूर्व में निवेश द्वारा निर्धारित क्षमता, काम में कुशल लोगों की तैनाती, मौजूदा कर्मचारियों का निरंतर कौशल विकास और विशेष प्रकार के कौशल का उपयोग..को लिया गया है.

भाषा


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